सार

rajasthan paper leak case : राजस्थान के पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यहां एक पुलिस कांस्टेबल पत्नी की एक डिमांड पूरी करने के चक्कर में फंस गया। अब नौकरी पर संकट है और बीवी गिरफ्तार हो चुकी है।

 

 

 

जयपुर. राजस्थान में हाल ही में पेपर लीक (rajasthan paper leak case) मामले का एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल ने अपनी पत्नी के लिए भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराया। इस मामले में पुलिस ने एक रेलवे स्टेशन मास्टर (railway station master) समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले की जांच कर रही एसओजी (Special Operations Group) अब इस पूरे रैकेट की गहराई से जांच कर रही है।

पत्नी के लिए पुलिसकर्मी ने किया विश्वासघात! पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा

कांस्टेबल लिखमाराम और स्टेशन मास्टर गिरफ्तार एसओजी के अनुसार, गिरफ्तार पुलिस कांस्टेबल का नाम लिखमाराम है, जो बालोतरा के चौहटन में ट्रैफिक पुलिसकर्मी के रूप में तैनात था। वहीं, दूसरे आरोपी कंवराराम चौधरी गुजरात के पालनपुर में रेलवे स्टेशन मास्टर के रूप में कार्यरत था। जांच में सामने आया कि लिखमाराम ने अपनी पत्नी टिमो चौधरी के लिए वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाया। बाद में उसने यह पेपर स्टेशन मास्टर कंवराराम को हल करने के लिए दिया।

पेपर सॉल्वर गैंग से जुड़े थे तार 

पेपर लीक कांड की जांच के दौरान एसओजी को कांग्रेस के पूर्व पार्षद नरेश देव की संदिग्ध भूमिका का पता चला। नरेश देव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ में उसने 7 अभ्यर्थियों से 6-6 लाख रुपये लेकर उन्हें सॉल्वड पेपर पढ़ाने की बात कबूल की। इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए वनरक्षक परीक्षा की अभ्यर्थी टिमो चौधरी और सीमा चौधरी को गिरफ्तार किया गया।

पत्नी के लिए बेच वर्दी की  ईमानदारी,

वर्दी पर मंडराया खतरा पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए कांस्टेबल लिखमाराम ने अपने पद और कर्तव्य के साथ विश्वासघात किया। राजस्थान पुलिस में रहते हुए उसने गोपनीय दस्तावेजों तक पहुंच बनाने और उन्हें लीक करने में मदद की। जब यह राज खुला तो न केवल उसकी नौकरी पर खतरा आ गया बल्कि अब वह कानूनी शिकंजे में भी फंस चुका है।

एसओजी की सख्त कार्रवाई जारी 

  • एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी फिलहाल रिमांड पर हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस रैकेट से और कौन-कौन जुड़े हो सकते हैं। एसओजी का कहना है कि इस मामले में और भी कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
  • यह मामला दर्शाता है कि कैसे लालच और निजी स्वार्थ के लिए कुछ लोग कानून और नैतिकता की सारी हदें पार कर जाते हैं। लेकिन कानून के लंबे हाथों से कोई नहीं बच सकता। एसओजी की यह कार्रवाई राजस्थान में बढ़ते पेपर लीक मामलों के खिलाफ एक कड़ा संदेश है।