प्रेम विवाह बना मौत का कारण! भरतपुर में एक युवक की आत्महत्या ने सबको चौंका दिया। पत्नी, ससुराल वालों के विवादों और धमकियों के बाद उठाया गया यह कदम क्या सिर्फ पारिवारिक कलह था या कुछ और? पुलिस जांच में खुले कई चौंकाने वाले राज… पढ़ें पूरी कहानी!
भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज में प्रेम विवाह और पारिवारिक स्वीकार्यता को लेकर चल रहे तनाव की सच्चाई को उजागर कर दिया है। अटलबंद थाना क्षेत्र के इस मामले में एक युवक गौरव सिंह की आत्महत्या के बाद उसकी पत्नी मोना को गिरफ्तार कर लिया गया है।
2017 में हुआ था प्रेम विवाह, परिजनों ने नहीं दी थी स्वीकृति
गौरव सिंह और मोना उर्फ मोनिया ने 2017 में प्रेम विवाह किया था। हालांकि, यह शादी मोना के परिवार को स्वीकार नहीं थी। दोनों को समाज और परिवार से दूर रहकर जीवन व्यतीत करना पड़ा। गौरव के परिजन शुरू से इस रिश्ते के खिलाफ थे, लेकिन उन्होंने बेटा-बेटी के खातिर इसे सह लिया।
बेटियों से मिलने गया था गौरव, हुआ अपमानित
1 जून 2025 को गौरव अपनी बेटियों से मिलने के लिए बापूनगर स्थित ससुराल गया। वहां पत्नी मोना, उसकी मां मनजीत कौर और दादा शेर सिंह ने कथित रूप से उसके साथ मारपीट की और अपमानित किया। गौरव को वहां से निकाल दिया गया और पत्नी द्वारा "मर क्यों नहीं जाता" जैसी बात कहे जाने से वह अंदर से टूट गया।
गौरव ने खा लिया जहरीला पदार्थ, मौत के बाद भड़का परिवार
गौरव ने उसी ससुराल में जहरीला पदार्थ खा लिया और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। यह खबर जब गौरव के पिता चंद्रपाल सिंह को मिली तो उन्होंने पुलिस में हत्या और प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पत्नी की गिरफ्तारी, जांच में जुटी पुलिस
FIR दर्ज होते ही अटलबंद थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पत्नी मोना को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अन्य आरोपियों की भूमिका भी खंगाल रही है। इस मामले ने सामाजिक दबाव, वैवाहिक संघर्ष और परिवार की अस्वीकार्यता जैसे मुद्दों को उजागर कर दिया है।
क्या कहती है यह घटना समाज के बारे में?
इस घटना से स्पष्ट होता है कि आज भी प्रेम विवाहों को लेकर समाज में गहरी असहजता है। जब पति-पत्नी के रिश्ते को सामाजिक समर्थन नहीं मिलता, तो वे मानसिक दबाव में जीने को मजबूर होते हैं। गौरव की आत्महत्या एक गंभीर सामाजिक चेतावनी है।