Ajmer Shocking News : राजस्थान के अजमेर शहर में अचानक सड़क पर लगे मछलियों के ढेर से हर कोई परेशान है, लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इतनी संख्या में यह मछलियां कहां से आ गईं। लेकिन स्ट्रीट डॉग्स के तो मौज हो गए। 

Ajmer News : अजमेर शहर के ब्रह्मपुरी इलाके के लोग इन दिनों बदबू और गंदगी से परेशान हैं। हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद सड़कों पर जमा पानी में बड़ी संख्या में मछलियां मर गईं। अब ये मरी मछलियां सड़ रही हैं, जिससे पूरे मोहल्ले में तेज़ और असहनीय बदबू फैल गई है। आलम यह हो गया है कि लोग अपने घरों को छोड़कर रिश्तेदारों के यहां जाने लगे हैं।

मछलियों की वजह से लोगों का घरों में रहना मुश्किल

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस बदबू की वजह से घरों में रहना मुश्किल हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी हो रही है, और बीमार लोगों की हालत और बिगड़ती जा रही है। खासकर बारिश के बाद बढ़ी नमी और उमस के कारण यह बदबू और भी तीव्र हो गई है।

अजमेर प्रशासन बैठा चुप?

ब्रह्मपुरी के निवासियों का आरोप है कि उन्होंने कई बार पार्षद अनीता चौरसिया और नगर निगम के अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि जब तक मीडिया में यह खबर नहीं आती, तब तक अधिकारी जागते ही नहीं।

घर छोड़ रिश्तेदारों के यहां जाने को मजबूर हुए लोग

स्थानीय निवासी राकेश शर्मा ने बताया, "बच्चे रात को सो नहीं पा रहे। खिड़कियां बंद करने पर घुटन होती है और खोलने पर बदबू आती है।" वहीं कुछ परिवार तो इस बदबू से बचने के लिए रिश्तेदारों के घर शरण लेने पर मजबूर हो गए हैं।

बीमारियों का खतरा बढ़ा

  • स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सड़ रही मछलियों से वातावरण में हानिकारक गैसें और बैक्टीरिया फैल सकते हैं। इससे साल्मोनेला, स्किन इंफेक्शन, पेट की बीमारियां और सांस संबंधी रोग होने की आशंका रहती है। अगर जल्द सफाई नहीं हुई तो डेंगू और मलेरिया जैसे मच्छरजनित रोगों का खतरा भी बढ़ सकता है।
  • लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मरी हुई मछलियों को तुरंत हटाया जाए और पूरे इलाके में सैनिटाइजेशन व छिड़काव करवाया जाए। साथ ही नालियों की सफाई और जलभराव की निकासी का स्थायी समाधान भी किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने।
  • अब देखना यह है कि प्रशासन इस समस्या को कितनी गंभीरता से लेता है और लोगों को इस बदबू और संक्रमण से राहत कब मिलती है।