सार

Ajmer News : ऑनलाइन गेमिंग का घातक जुनून किस कदर होता है, यह आप अजमेर से आई इस खबर में जान सकते हैं। कैसे एक बैंकर ने सुसाइड कर लिया। वो तो मर गया…लेकिन परिवार को भी कहीं का नहीं छोड़ा। 

अजमेर. ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी की लत (online gaming addiction) कितनी खतरनाक हो सकती है, इसका जीता-जागता उदाहरण अजमेर (Ajmer News) के आदर्श नगर थाना क्षेत्र (Adarsh ​​Nagar police station area) में देखने को मिला। यहां एक निजी बैंक में काम करने वाले फाइनेंस कर्मचारी ने गेमिंग की लत और बढ़ते कर्ज के दबाव में अपनी जान दे दी। बुधवार देर रात तक भूपेंद्र कुमार (32) अपने कमरे में था। जब वह सुबह तक बाहर नहीं आया, तो परिवार के लोगों ने दरवाजा खटखटाया। कोई जवाब नहीं मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया और अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था—भूपेंद्र पंखे से लटका मिला।

लाखों का कर्जा था, 25 लाख तो परिवार ने चुकाए

परिजनों के अनुसार, भूपेंद्र को पिछले कुछ सालों से ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी की लत थी। वह पहले भी इस लत की वजह से 25 लाख रुपये का कर्ज ले चुका था, जिसे परिवार ने किसी तरह चुका दिया। लेकिन वह इस बुरी आदत से बाहर नहीं निकल पाया। हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया कि उसने दोबारा कर्ज लिया था या नहीं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह अत्यधिक तनाव में था। संभवतः इसी दबाव के कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।

यह सबक, नहीं संभले तो अंजाम होगा खतरनाक

समाज के लिए एक सीख भूपेंद्र की यह घटना हमें यह सिखाती है कि तकनीक का सही इस्तेमाल जरूरी है, नहीं तो यह हमारी सबसे बड़ी कमजोरी बन सकती है। अगर किसी को गेमिंग की लत लग रही हो, तो समय रहते उसे रोका जाए, वरना इसका अंजाम बहुत दर्दनाक हो सकता है।