Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद विमान हादसे ने राजस्थान के कई परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया। हॉस्टल पर गिरे विमान की चपेट में आने से दो MBBS छात्रों की मौत हो गई, जबकि एक घायल है।
Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर हुए भयावह विमान हादसे में राजस्थान के कई परिवारों की खुशियां पलभर में बिखर गईं। बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर जब एक छोटा विमान आकर गिरा, तब वहां मौजूद तीन छात्र इसकी चपेट में आ गए। इनमें से दो MBBS छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि सिरोही जिले के कांटल गांव निवासी छात्र श्रवण कुमार भील घायल हो गया।
सपनों पर गिरा 'आसमान'
घायल श्रवण कुमार अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज का छात्र है और हादसे के समय वह हॉस्टल में भोजन कर रहा था। प्लेन क्रैश का असर हॉस्टल तक पहुंचा और वहां का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। श्रवण को चोटें आईं, हालांकि डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत अब स्थिर है और वह खतरे से बाहर है। सूचना मिलते ही परिजन अहमदाबाद पहुंच गए और अब वह अस्पताल में श्रवण के साथ हैं।
प्लेन हादसे में राजस्थान के 2 MBBS स्टूडेंट की मौत
दो छात्रों की दर्दनाक मौत बाड़मेर के जयप्रकाश जाट और हनुमानगढ़ के मानव भादू, दोनों ही मेडिकल छात्र थे और बीजे मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहे थे। हादसे के समय दोनों मैस में खाना खा रहे थे, जब विमान सीधे हॉस्टल बिल्डिंग पर आकर गिरा। हादसा इतना भयानक था कि दोनों छात्र मौके पर ही गंभीर रूप से झुलस गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मजदूर का बेटा बन रहा था डॉक्टर…लेकिन हादसे ने छीन लीं खुशियां
कर्ज लेकर भेजा था पढ़ने जयप्रकाश के भाई मंगलाराम ने बताया कि उनके पिता धर्माराम एक फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं और खेती भी करते हैं। बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने कर्ज लेकर कोचिंग करवाई थी। जयप्रकाश ने NEET में 675 अंक प्राप्त किए और वर्ष 2023 में मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया। परिजनों का कहना है कि अगर वह उस दिन अपने साथियों के साथ बाहर चला जाता, तो शायद बच जाता।
अहमदाबाद त्रासदी ने दिए जिंदगीभर के जख्म
इकलौते बेटे को खोया मानव का परिवार मानव भादू, पीलीबंगा के दलीप भादू का इकलौता बेटा था। पिता एचडीएफसी बैंक में कार्यरत हैं। मानव हाल ही में प्रथम वर्ष की परीक्षा पास कर द्वितीय वर्ष की तैयारी में जुटा था। 10 दिन पहले ही वह घर से लौटकर कॉलेज गया था। अब अचानक आई इस त्रासदी ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है।
बाड़मेर, हनुमानगढ़ और सिरोही तक छाया मातम
शोक में समाज हादसे की खबर जैसे ही बाड़मेर, हनुमानगढ़ और सिरोही के गांवों तक पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। समाज के लोग और रिश्तेदार घर पहुंचकर शोक संतप्त परिवारों को ढांढस बंधा रहे हैं। वहीं, प्रशासन की निगरानी में शवों की पहचान के लिए डीएनए प्रक्रिया जारी है।