सार
चित्तौड़गढ़. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवरिया सेठ का मंदिर हाल ही में पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि मंदिर के गर्भगृह से नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के द्वारा 58 किलो से ज्यादा अफीम सीज की गई है। संभवतया यह पहला ही मामला है जब किसी मंदिर से अफीम जब्त की गई है। अब मंदिर प्रशासन के द्वारा भक्तों से अपील की गई है कि मंदिर की दानपेटी में अफीम या अन्य कोई मादक पदार्थ नहीं डाले।
यह एरिया राजस्थान में अफीम की खेती के लिए मशहूर
इस संबंध में मंदिर मंडल की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर प्रभा गौतम के द्वारा अपील की गई है कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु दान पेटी में मादक पदार्थ नहीं डाले। क्योंकि यह गैरकानूनी है। ऐसा मामला पाए जाने पर कार्रवाई होगी। बता दें कि यह मंदिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ एरिया में स्थित है। यह एरिया राजस्थान में अफीम की खेती के लिए मशहूर है।
सांवरिया से कामना कर उनको चढ़ाते हैं अफीम
अफीम की खेती के पहले श्रद्धालु भगवान सांवरिया से कामना करते हैं कि यदि उन्हें अच्छा प्रॉफिट हुआ तो वह अपनी कमाई का एक निश्चित हिस्सा भगवान को चढ़ाएंगे। लेकिन अब भक्तों ने यहां भगवान को अफीम सहित अन्य मादक पदार्थ भी चढ़ाना शुरू कर दिए हैं। जो 58 किलो से ज्यादा अफीम नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के द्वारा सीज की गई है। वह कोई एक दिन की नहीं बल्कि अलग-अलग दिनों में भक्तों के द्वारा भगवान सांवरिया सेठ को चढ़ाई गई थी।
राजस्थान ही नहीं, देश का पहला मंदिर जहां आता है करोड़ों रुपए का चढ़ावा
बता दें कि यह राजस्थान का ही नहीं बल्कि देश का इकलौता एक ऐसा मंदिर है जहां हर महीने करोड़ों रुपए का चढ़ावा आता है। इस चढ़ावे को गिनने के लिए ही करीब 2 से 3 दिन का समय लग जाता है। भक्त भगवान को सोने और चांदी के आभूषण भी कई बार चढ़ावे में चढ़ाते हैं।
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