सार
अजमेर. राजस्थान के विजयनगर में हुए चर्चित आपराधिक प्रकरण में पुलिस ने जांच की दिशा तेज कर दी है। गुरुवार को पुलिस ने पोक्सो अदालत में कुल पांच आरोपियों को पेश किया, जिनमें पूर्व में गिरफ्तार पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी को पुनः पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है। शेष चार आरोपियों—करीम, आशिक, कैफे संचालक श्रवण और एक नए आरोपी जावेद को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए गए हैं। वहीं इन सभी आरोपियों के लिए विजयनगर की जनता फांसी की मांग कर रही है।
राजस्थान कोर्ट ने सीधे जेल भेजने के दिए आदेश
- फोन पर संपर्क कराने का लगा आरोप इस मामले में जावेद का नाम नया जुड़ा है, जिस पर आरोप है कि उसने पीड़िता और अन्य आरोपियों के बीच फोन पर संपर्क स्थापित करवाया था। पुलिस ने उसकी भूमिका की गंभीरता को देखते हुए उसे अदालत में पेश किया, जिसके बाद न्यायालय ने उसे सीधे जेल भेजने के आदेश दिए।
- अब तक 12 आरोपी गिरफ्तार, 3 नाबालिग भी शामिल पुलिस ने इस पूरे मामले में अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं। यह मामला समाज में भारी चर्चा और रोष का विषय बना हुआ है, जिससे पुलिस पर तेज कार्रवाई का दबाव बना हुआ है।
क्या है विजयनगर रेप का पूरा मामला
दरअसल विजयनगर इलाके में स्कूल और कॉलेज की कई लड़कियों को मुस्लिम समाज के युवकों ने बहलाया , फुसलाया उनके साथ दोस्ती की। उन्हें रेप किया और अश्लील वीडियो बनाएं । इन वीडियो को ब्लैकमेल करने के नाम पर उन्हें रोजे रखना , बुर्का पहनने और उर्दू सीखने की लिए दबाव बनाया। जब मामला खुला तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया । शहर के कई कस्बों को विरोध के तौर पर बंद कर दिया गया। जिस कैफे में यह साजिश की गई थी , उस कैसे में भी पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया । आरोपियों के घर के बाहर बुलडोजर से कार्रवाई की गई।
3 मार्च को आएगा आरोपियों पर अंतिम फैसला
- अगली सुनवाई 3 मार्च को फिलहाल, पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी ही इकलौता आरोपी है जो पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान नए साक्ष्य और अन्य आरोपियों से जुड़े सुराग हाथ लग सकते हैं। 3 मार्च को हकीम कुरैशी को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
- पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए डिजिटल साक्ष्य, कॉल डिटेल और अन्य गवाहों के बयान खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा, नाबालिग आरोपियों से पूछताछ में भी महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र में न्याय की मांग तेज हो गई है। स्थानीय संगठनों और आम जनता का कहना है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अब देखना यह होगा कि 3 मार्च को अदालत में पुलिस क्या नए खुलासे करती है और मामले में आगे क्या मोड़ आता है।
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