पंजाब में बाढ़ के चलते 2.56 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 29 की मौत हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य के सीएम भगवंत मान से फोन पर बात की है। उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
Punjab Flood: बाढ़ के चलते पंजाब में भारी तबाही हुई है। सोमवार शाम तक 29 लोगों के मारे जाने और 2.56 लाख लोगों के प्रभावित होने की खबर है। हजारों एकड़ में लगी फसल खराब हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से बात की और उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। चीन से दिल्ली लौटते ही पीएम ने भगवंत मान से फोन पर बात की। दोनों के बीच पंजाब में बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा हुई।
पंजाब में बाढ़ से 2.56 लाख लोग प्रभावित
लगातार बारिश के कारण आई भयंकर बाढ़ से पंजाब बेहाल है। पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री एस. हरदीप सिंह मुंडियन के अनुसार, बाढ़ ने 12 जिलों में 2.56 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। जान-माल, कृषि और पशुधन को भारी नुकसान हुआ है।
मंत्री ने बताया कि अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से 15,688 लोगों को निकाला गया है। इनमें सबसे ज्यादा गुरदासपुर (5,549), फिरोजपुर (3,321), फाजिल्का (2,049), अमृतसर (1,700), पठानकोट (1,139) और होशियारपुर (1,052) से हैं। तत्काल राहत प्रदान करने के लिए, राज्य सरकार ने 129 राहत शिविर स्थापित किए हैं। इन शिविरों में 7,144 लोग रह रहे हैं। सबसे ज्यादा फिरोजपुर में 3,987 लोग, उसके बाद फाजिल्का (1,201), होशियारपुर (478), पठानकोट (411) और गुरदासपुर (424) में हैं।
पंजाब में बाढ़ राहत के लिए वायु सेना ने लगाए 35 हेलीकॉप्टर
बाढ़ से अब तक 1,044 गांव प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए कई एजेंसियों को लगाया गया है। NDRF ने 20 टीमें तैनात की हैं। सेना, नौसेना और वायु सेना ने 10 टुकड़ियां तैनात की हैं। 8 स्टैंडबाय पर हैं। इनके साथ इंजीनियर यूनिट भी हैं। 35 से अधिक हेलीकॉप्टर बचाव अभियानों में लगे हुए हैं। इनके साथ 114 नावें और एक राज्य हेलीकॉप्टर भी है। सीमावर्ती प्रभावित इलाकों में BSF की यूनिट तैनात की गई हैं।
94,061 हेक्टेयर में लगी फसलें हुईं खराब
बाढ़ से पंजाब की कृषि अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। 94,061 हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गईं हैं। अमृतसर (23,000 हेक्टेयर), मानसा (17,005 हेक्टेयर), कपूरथला (14,934 हेक्टेयर), तरनतारन (11,883 हेक्टेयर) और फिरोजपुर (11,232 हेक्टेयर) सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल हैं। कई अन्य जिलों से भी फसलों के नुकसान की खबरें आई हैं।
मंत्री मुंडियन ने कहा कि सरकार ने मेडिकल टीमों और राहत वितरण चैनलों को सक्रिय कर दिया है। पशुधन और बुनियादी ढांचे के नुकसान का पूरा पता पानी कम होने के बाद ही चल पाएगा। भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार तत्काल राहत और दीर्घकालिक पुनर्वास दोनों प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित मियानी गांव का दौरा किया और सरकारी हाई स्कूल में स्थापित राहत शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत की। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे क्षति के आकलन में तेजी लाएं ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर मुआवजा दिया जा सके।