Sanjay Gaikwad Shetty Controversy: शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने कर्नाटक के शेट्टी समुदाय पर महाराष्ट्र की संस्कृति को "बदनाम" करने का आरोप लगाया। डांस बार और फूड सर्विस पर उठाए सवाल, NDTV लाइव इंटरव्यू में मारपीट का किया बचाव।

Sanjay Gaikwad Shetty Controversy: शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ (Sanjay Gaikwad) अपने हालिया बर्बर व्यवहार और विवादित बयान को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं। पहले उन्होंने एक कैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ मारा और अब उन्होंने दक्षिण भारतीय समुदाय, खासकर कर्नाटक के बंट समुदाय (Bunt Community) और 'शेट्टी' सरनेम वालों पर नस्लीय टिप्पणी कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।

'शेट्टी लोगों ने हमारी संस्कृति बदनाम की'

गायकवाड़ ने कहा कि दक्षिण के ये शेट्टी लोग हमारी जिंदगी से खेलते आए हैं, मेरे पेट की हालत ठीक नहीं रहती। जरा सी गलती और मुझे पेटदर्द शुरू हो जाता है।

इसके बाद उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डांस बार और लेडीज बार जैसी चीज़ें महाराष्ट्र के लोग नहीं चलाते, ये सारे काम बाहरी लोग करते हैं और ये सब शेट्टी समुदाय करता आया है। गायकवाड़ ने यह भी कहा कि भले ही किसी के माथे पर उसका जातीय या क्षेत्रीय पहचान न लिखा हो लेकिन वे उनमें से ही होते हैं।

कौन हैं 'शेट्टी' और बंट समुदाय?

'शेट्टी' सरनेम वाले लोग मूलतः कर्नाटक के तटीय तूलु क्षेत्र (Tulu Nadu) से आते हैं। ये लोग बंट समुदाय से संबंधित हैं जिनका इतिहास अलुपा राजवंश (Alupa Dynasty) से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह समुदाय ऐतिहासिक रूप से योद्धा-अरिस्टोक्रेट रहा है और आज के समय में ये हॉस्पिटैलिटी और रेस्तरां व्यवसाय में अग्रणी हैं। मुंबई में 10 लाख से अधिक बंट समुदाय के लोग रहते हैं, जिनमें शेट्टी, राय, हेगड़े और चौटा सरनेम वाले शामिल हैं।

प्रसिद्ध हस्तियां

शेट्टी सरनेम वाली मुंबई में कई बड़ी हस्तियां हैं। इसमें सुनील शेट्टी, शिल्पा शेट्टी, ऐश्वर्या राय बच्चन, रोहित शेट्टी प्रमुख हैं। शिल्पा शेट्टी का प्रीमियम रेस्तरां ब्रांड Bastian और नई लॉन्च Inka इसी समुदाय की हॉस्पिटैलिटी ताकत को दर्शाते हैं।

गायकवाड़ की हिंसा और असंवेदनशीलता

तीन दिन पहले संजय गायकवाड़ ने 'बासी खाना' पर एक कैंटीन कर्मचारी की थप्पड़ से पिटाई की थी। उसके बाद वह NDTV के लाइव इंटरव्यू में बोले कि हां, मैंने मारा, और अगर फिर ऐसा खाना दिया गया तो फिर मारूंगा। जब एंकर ने उनसे पूछा कि उन्हें कानून हाथ में लेने का क्या अधिकार है, तो वह लाइव इंटरव्यू से गुस्से में बाहर निकल गए।

पुलिस कार्रवाई – केवल खानापूर्ति?

गायकवाड़ पर नॉन-कॉग्निज़ेबल (Non-Cognizable) अपराध में केस दर्ज किया गया है यानी गिरफ्तारी की संभावना नहीं के बराबर है।

विपक्ष और नागरिक समाज का गुस्सा

गायकवाड़ के इस बयान और हरकतों को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त आलोचना हो रही है। कई नेताओं और एक्टिविस्ट्स ने इसे 'ज़ेनोफोबिक' (Xenophobic) और 'रेसिस्ट' (Racist) बताते हुए महाराष्ट्र की सहिष्णु संस्कृति पर हमला बताया है।