सार

Pune Bus Rape Case: पुणे के स्वारगेट बस टर्मिनस पर एक महिला के साथ बस में दुष्कर्म हुआ। यह घटना 2012 के दिल्ली गैंगरेप की याद दिलाती है, जिससे महिला सुरक्षा पर फिर सवाल उठ रहे हैं। 

महाराष्ट्र के पुणे में स्वर्गद्वार बस टर्मिनस पर एक खड़ी बस के अंदर 26 वर्षीय महिला से दुष्कर्म की घटना सामने आई है। यह भयावह घटना 2012 के दिल्ली बस बलात्कार मामले से मिलती-जुलती बताई जा रही है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। घटना की बर्बरता सामने आने के बाद इस पर महाराष्ट्र में राजनीति भी हो रही है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। इस घटना को 2024 कोलकाता रेप मर्डर केस से भी जोड़कर देखा जा रहा है। तीनों ही मामलों में महिलाओं पर ऐसी सार्वजनिक जगहों पर हमले हुए जिन्हें आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है।

क्या है पुणे रेप मामला?

पुणे के एक अस्पताल में काम करने वाली एक ऑपरेटर के साथ पार्क की गई बस में बलात्कार हुआ। ये घटना मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे की है जब पीड़िता पुणे के स्वारगेट बस डिपो पर अपनी बस का इंतजार कर रही थी। इस दौरान आरोपी, जो कि एक अपराधी बताया जा रहा है, महिला को बहला-फुसलाकर एक खाली बस में ले गया और वहां उसके साथ रेप किया।

अभियुक्त ने महिला को बताया कि बस पार्किंग में खड़ी इंतजार कर रही है। आमतौर पर बस में सवारी यहां से ही बैठती हैं। पीड़िता जब बस में अपनी सीट देखने के लिए दाखिल हुई तो अभियुक्त पीछे से आ गया और दरवाजा बंद कर उसके साथ रेप किया। घटना के समय बस रातभर डिपो में खड़ी थी और उसका ड्राइवर और कंडक्टर अपने क्वार्टर में आराम कर रहे थे।

2012 दिल्ली रेप जैसी भयावह समानता

घटना के बाद पीड़िता ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद उसकी मेडिकल जांच की गई। दिल्ली में साल 2012 में एक युवती का चलती बस में बलात्कार किया गया था। उस समय युवती का दोस्त भी मौजूद था लेकिन अभियुक्तों ने उसे बंधक बना लिया था। इस मामले के अभियुक्तों को कई साल की कानूनी कार्रवाई के बाद फांसी की सजा दे दी गई थी।

आरोपी और पुलिस कार्रवाई पुलिस के अनुसार, आरोपी पहले से ही चोरी और लूट के कई मामलों में संलिप्त था। घटना के बाद पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपी की पहचान की। पुलिस के मुताबिक अभियुक्त पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं।

सीसीटीवी फुटेज में अभियुक्त पीड़िता के साथ बस से उतरता दिखा है। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने आठ टीमों का गठन किया है। स्वारगेट बस टर्मिनल पुणे का सबसे व्यस्त परिवहन केंद्र है, जहां रोजाना 60,000 यात्री आते हैं और 600 बसें संचालित होती हैं। इसके बावजूद इस तरह की वारदात होना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।

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महिलाओं की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। पुणे के इस बस स्टैंड के ठीक सामने पुलिस चौकी मौजूद है, बावजूद इसके आरोपी इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। घटना के बाद बस स्टेशन पर सुरक्षा में तैनात 23 सुरक्षा गार्डों को नौकरी से हटा दिया गया है। महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम नए गार्डों की नियुक्ती करेगा और घटना को लेकर सात दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करेगा।

पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन इस घटना ने देश में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है।