NAVI MUMBAI VIRAL VIDEO CASE: इंस्टाग्राम कॉल के दौरान नहाते वक्त रिकॉर्ड की गई नाबालिग लड़की की क्लिप! यौन संबंध से इनकार किया तो युवक ने किया वीडियो वायरल – ब्लैकमेल, धोखा और साइबर क्राइम की चौंकाने वाली साजिश!
INSTAGRAM TRAP EXPOSED: नवी मुंबई में एक चौंकाने वाला साइबर अपराध सामने आया है, जिसने न सिर्फ किशोरों की डिजिटल सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सोशल मीडिया के जरिए मासूम लड़कियों को कैसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। 19 वर्षीय युवक मोहम्मद कैफ अकरम साह पर आरोप है कि उसने एक नाबालिग लड़की से इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल के जरिए दोस्ती की और उसी दौरान लड़की को नहाते समय गुप्त रूप से रिकॉर्ड कर लिया। जब लड़की ने उसके यौन संबंध बनाने की मांग को ठुकराया, तो आरोपी ने वह निजी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इंस्टाग्राम बना ब्लैकमेलिंग का मंच, मासूमियत को बनाया शिकार
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने लड़की को इंस्टाग्राम पर पहले मैसेज किया और धीरे-धीरे विश्वास जीतकर वीडियो कॉल की। लड़की को अंदाजा भी नहीं था कि वह कैमरे में रिकॉर्ड हो रही है। उस समय वह बाथरूम में थी और आरोपी ने उसी कॉल को रिकॉर्ड कर लिया। उसके बाद आरोपी ने उस क्लिप को हथियार बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू किया। उसने लड़की से यौन संबंध बनाने की डिमांड की और धमकी दी कि मना करने पर वह वीडियो सार्वजनिक कर देगा।
इनकार किया तो वायरल कर दिया वीडियो, दर्ज हुआ केस
जब लड़की ने स्पष्ट रूप से मना कर दिया, तो युवक ने उस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिया। यह घटना लड़की के लिए मानसिक और सामाजिक रूप से बहुत ही त्रासदायक साबित हुई। पीड़िता ने साहस दिखाते हुए 23 जून को रबाले एमआईडीसी पुलिस स्टेशन पहुंचकर पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने IPC, POCSO (Protection of Children from Sexual Offences Act) और IT एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। हालांकि आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर है, लेकिन पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसकी तलाश तेजी से जारी है।
POCSO और IT एक्ट के तहत गंभीर अपराध, गिरफ्तारी तय
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ दर्ज मामला बेहद गंभीर है। चूंकि पीड़िता नाबालिग है और साइबर माध्यम से उसकी निजता को भंग किया गया है, इसलिए मामले को संवेदनशील रूप से देखा जा रहा है। IT Act की धारा 67, POCSO की धारा 11 और 12 सहित कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ते अपराध, युवाओं को चाहिए सतर्कता
यह मामला सोशल मीडिया के उस काले पक्ष को उजागर करता है, जो आज की युवा पीढ़ी को निशाना बना रहा है। इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, व्हाट्सएप जैसे ऐप्स के जरिए निजी पल रिकॉर्ड कर फिर उन्हें ब्लैकमेल का ज़रिया बना दिया जाता है। विशेषज्ञों और साइबर कानून विशेषज्ञों के अनुसार, अभिभावकों और युवाओं को इस तरह के मामलों को गंभीरता से समझने की ज़रूरत है। अनजान प्रोफाइल से बात करने से पहले दो बार सोचें और किसी भी संदिग्ध व्यवहार पर तत्काल पुलिस को सूचित करें।