सार

महाराष्ट्र में बेटी की UPSC की सफलता का जश्न मनाते समय पिता की दिल का दौरा पड़ने से दुखद मौत,  जानें इस दर्दनाक घटना की पूरी कहानी और परिवार पर पड़े असर के बारे में।

UPSC Success: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के महागांव तालुका के वागड़ (इजारा) गांव में एक परिवार के लिए खुशी का एक पल जल्दी ही एक अकल्पनीय त्रासदी में बदल गया। पुसद पंचायत समिति के सेवानिवृत्त विस्तार अधिकारी प्रहलाद खंडारे अपनी बेटी मोहिनी की यूपीएससी परीक्षा में सफलता का जश्न मना रहे थे, तभी अचानक उनके दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया।

मोहिनी की यूपीएससी सफलता

परिवार का सपना साकार हुआ मोहिनी की यूपीएससी में प्राप्त प्रभावशाली रैंक ने न सिर्फ़ उनके परिवार बल्कि पूरे गांव को गर्वित किया था। कुछ दिन पहले घोषित हुए यूपीएससी परिणामों में मोहिनी ने एक बेहतरीन रैंक हासिल किया था, जो उनके और उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण था। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने न केवल उनके सपनों को साकार किया बल्कि उनके छोटे से गांव को राष्ट्रीय सुर्खियों में भी ला दिया था।

जश्न के दौरान अचानक दिल का दौरा

परिवार के लिए एक आघात इस खुशी के मौके पर परिवार, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों ने जश्न मनाया था, लेकिन यह खुशी जल्द ही गम में बदल गई। जश्न के दौरान, प्रहलाद खंडारे की अचानक तबियत बिगड़ी और वह बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत पास के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी मौत का कारण दिल का दौरा था।

एक परिवार का सपना टूट गया

मोहिनी की खुशी में शोक मोहिनी के लिए यह उपलब्धि एक जीवनभर की मेहनत का फल थी। इस सफलता ने उनके परिवार को गर्व से भर दिया था, लेकिन पिता की असमय मृत्यु ने उसकी खुशी को गहरे दुख में बदल दिया। मोहिनी, जो अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष से इस मुकाम तक पहुंची थीं, अब अपने पिता के असहनीय नुकसान से जूझ रही थीं।

गांव में शोक की लहर

खुशी का पल बदल गया शोक में मोहिनी की सफलता ने पूरे गांव को गौरवान्वित किया था, लेकिन अब वही गांव शोक में डूबा हुआ है। जिस पल मोहिनी के परिवार ने अपनी बेटी की मेहनत का फल देखा, वह पल दुखद रूप से एक त्रासदी में बदल गया। प्रहलाद खंडारे, जो अपना जीवन सार्वजनिक सेवा और अपनी बेटी की शिक्षा के लिए समर्पित कर चुके थे, उनका अचानक चले जाना पूरे परिवार और समुदाय के लिए एक बड़ा आघात है।

निराशा के बावजूद आशा

मोहिनी की संघर्षपूर्ण यात्रा जारी हालांकि यह समय मोहिनी के लिए बेहद कठिन है, लेकिन उनकी सफलता उनके पिता की मेहनत और प्रेरणा का परिणाम थी। उनकी यात्रा से यह संदेश मिलता है कि किसी भी दुख के बावजूद, हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए।