सार
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में GBS (Guillain-Barre Syndrome) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। तीन सप्ताह से भी कम समय में इसके 111 संक्रमित मिले हैं। 41 साल के एक CA (Chartered Accountant) की मौत हो गई है। यह पुणे में GBS के चलते होने वाली पहली मौत है, जिसकी पुष्टि हुई है। इससे पहले महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि 25 जनवरी को सोलापुर के अस्पताल में मरने वाले एक मरीज में GBS संक्रमण का "संदेह" था।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर ने बताया कि पुणे में जिस सीए की मौत हुई है उसमें GBS संक्रमण की पुष्टि हुई है। 9 जनवरी को पुणे में GBS फैलने की जानकारी मिली थी। इसके तीन सप्ताह से भी कम समय में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 111 हो गई। रविवार तक यह संख्या 101 थी। 17 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। सात को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। राज्य सरकार की मदद के लिए केंद्र ने एक एक्सपर्ट टीम भेजी है। इसमें दिल्ली और बेंगलुरु के विशेषज्ञ शामिल हैं।
मृतक को 9 जनवरी को हुई थी दस्त की शिकायत
मृतक के परिवार ने बताया कि 9 जनवरी को उन्हें दस्त की शिकायत हुई थी। उन्होंने डॉक्टर की सलाह पर दवा ली। 14 जनवरी को वह परिवार के साथ सोलापुर गए। 17 जनवरी को कमजोरी महसूस होने पर उन्हें 18 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीए करीब छह दिन आईसीयू में रहे। इसके बाद इतना ठीक हो गए कि उन्हें सामान्य वार्ड में ले जाया गया, लेकिन अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई।
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अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि मरीज को गंभीर कमजोरी और लकवा के साथ भर्ती कराया गया था। जीबीएस प्रोटोकॉल के अनुसार उनका इलाज किया गया। शुरुआत में तो उनकी हालत ठीक रही, लेकिन फिर से उनकी हालत खराब हो गई। अंगों में कमजोरी और पूर्ण लकवा की समस्या हो गई। सोलापुर के वैशम्पायन मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजीव ठाकुर ने कहा कि जीबीएस पीड़ित के मस्तिष्कमेरु द्रव, नर्व टिस्यू और अंगों को टेस्ट के लिए भेजा गया है। 7-8 दिनों में रिजल्ट मिल जाएंगे।