सार

सभी शिवसेना सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए शिंदे ने अपना पक्ष रखा।

मुंबई: उपमुख्यमंत्री और शिवसेना शिंदे गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने खुलकर कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उनकी कोई कोल्ड वॉर नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके और फडणवीस के बीच 'टंटा टंट, कूल कूल' संबंध हैं और महायुति में कोई आंतरिक कलह नहीं है। पिछले दिनों मीडिया में महायुति गठबंधन में दरार की खबरें आई थीं। इसके बाद शिंदे ने सफाई दी।

उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार के समानांतर कोई तंत्र नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं होते तो शिवसेना में फूट नहीं पड़ती। सभी शिवसेना सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए शिंदे ने अपना पक्ष रखा। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि शिंदे मंत्रालय में मेडिकल सहायता प्रकोष्ठ स्थापित करने में कुछ भी गलत नहीं है और इसका उद्देश्य लोगों की मदद करना है। मुख्यमंत्री फडणवीस और दूसरे उपमुख्यमंत्री अजित पवार एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं। इससे पहले उपमुख्यमंत्री का चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ बनाया गया था।

उन्होंने कहा कि इसे मुख्यमंत्री के चिकित्सा सहायता कोष प्रकोष्ठ के साथ जोड़कर गरीब मरीजों की मदद की जाएगी। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करें और उद्धव गुट को हराएं। खबरें आई थीं कि शिंदे गुट मुख्यमंत्री से अलग-थलग पड़ गया है। शिंदे गुट के ज्यादातर विधायकों की वाई श्रेणी की सुरक्षा सरकार द्वारा वापस लेना भी चर्चा का विषय बना हुआ था।