बिहार की एक लड़की ने शादी से इनकार किया तो घरवालों ने जबरदस्ती करने की कोशिश की। लड़की ने मदद मांगी और मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया?
बेटी बड़ी हो गई तो उसका विवाह करके अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करना हर माता-पिता का सपना होता है। लेकिन आजकल की लड़कियाँ पढ़ाई पूरी करके, अच्छी नौकरी लगने के बाद तुरंत शादी के बंधन में बंधना नहीं चाहतीं। उनका सपना होता है कि पहले करियर बनाएँ, अच्छा पैसा कमाएँ, ऊँचे पद पर पहुँचें। माता-पिता और बेटी के बीच इसी खींचतान का मामला अब हाईकोर्ट पहुँच गया। लड़की ने ज़िद पकड़ ली कि वो शादी नहीं करेगी, तो माता-पिता भी अड़े रहे कि शादी तो करनी ही होगी। आखिरकार मामला हाईकोर्ट में पहुँचा और कोर्ट ने फ़ैसला सुनाया।
यह मामला महाराष्ट्र का है। 24 साल की एक बिहारी लड़की पुणे की एक रियल एस्टेट एजेंसी में काम करती है। पिछले महीने वह अपने घर बिहार गई थी। घरवालों ने उस पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। यहाँ तक कि उसे घर में बंद करके शादी के लिए मजबूर करने लगे। लड़की ने इसका विरोध किया, लेकिन घरवाले नहीं माने। उसे मारपीट कर समझाने की कोशिश भी की गई। इस दौरान लड़की ने अपने दोस्तों से मदद मांगी। दोस्तों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर लड़की को रिहा करने की मांग की।
मामले को गंभीरता से लेते हुए कोर्ट ने पुणे पुलिस को लड़की को ढूँढकर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। 29 मई को पुणे पुलिस लड़की को बिहार से मुंबई लाकर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में लड़की ने कहा कि वह अकेले रहना चाहती है, काम करना चाहती है, लेकिन घरवाले जबरदस्ती शादी कराना चाहते हैं।
कोर्ट का फ़ैसला : लड़की की बात सुनकर बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस नीला गोखले और फिरदौस पूनावाला ने लड़की के पक्ष में फ़ैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि लड़की अपनी मर्ज़ी से पुणे में रहना चाहती है। वह अकेले रहकर काम करना चाहती है। उसके घरवाले जबरदस्ती उसकी शादी कराना चाहते हैं। लड़की अपने माता-पिता के साथ भी नहीं रहना चाहती। इसलिए लड़की अपनी इच्छा के अनुसार जीवन जी सकती है।
शादी से दूर भाग रहीं लड़कियाँ : आजकल शादी से दूर भागने वाली लड़कियों की संख्या बढ़ रही है। ऊँची शिक्षा और अच्छे करियर वाली लड़कियों को शादी एक बंधन लगती है। उन्हें लगता है कि शादी उनके करियर में बाधा बनेगी। वहीं, आज़ादी से जी रही लड़कियाँ शादी के बाद अपनी ज़िंदगी किसी और के साथ बाँटना नहीं चाहतीं। ज़िम्मेदारी का डर, पुराने अनुभव, प्यार में धोखा, कई कारणों से आजकल की लड़कियाँ शादी से कतरा रही हैं। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर लड़कियों को अकेला जीवन ज़्यादा पसंद आ रहा है।