सार
वन मंत्री विजय शाह के बयान से मचा बवाल! कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकी की बहन बताने पर उठी इस्तीफे की मांग। इंदौर में सरकारी कार्यक्रम से तस्वीर हटाई गई, अब पोस्टर पर मोदी की तस्वीर चस्पा। जानिए पूरी घटना की इनसाइड स्टोरी।
Vijay Shah controversy: मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह हाल ही में एक विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादी की बहन बताया था, जिससे राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भारी आलोचना हुई। इस बयान के चलते मंत्री शाह की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा है और उनके इस्तीफे की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। पार्टी के उच्च अधिकारियों को भी उन्हें सफाई देनी पड़ी, लेकिन विवाद अभी थमा नहीं है।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम से हटाया गया पोस्टर
गुरुवार को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में वन अधिकार अधिनियम को लेकर आयोजित संभाग स्तरीय कार्यशाला के दौरान मंत्री विजय शाह की बड़ी मुस्कुराती तस्वीर वाले पोस्टर को हटाने का फैसला लिया गया। अधिकारी और उपस्थित लोग मंत्री की तस्वीर देखकर असहज महसूस करने लगे, जिसके कारण तत्कालीन व्यवस्था ने तस्वीर पर सफेद फ्लेक्स चिपका दिया। इसके बाद उस स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर चस्पा कर दी गई।
तुरंत कार्रवाई, सफेद फ्लेक्स से ढकी तस्वीर
यह कार्यक्रम प्रदेश सरकार के जनजाति कार्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। पोस्टर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव और मंत्री विजय शाह की तस्वीरें थीं, लेकिन मंत्री शाह की तस्वीर को लेकर कई लोगों ने आपत्ति जताई। उन्होंने सवाल किया कि क्यों मंत्री शाह की तस्वीर को कार्यक्रम के पोस्टर पर शामिल किया गया है। इसके बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उनकी तस्वीर हटा दी। उस स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा दी गई।
साफ-सफाई के बावजूद नहीं थमा विवाद
मंत्री विजय शाह का यह बयान राजनीतिक विवाद का कारण बना है। विपक्षी दलों और कुछ सामाजिक संगठनों ने मंत्री शाह के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है। सोशल मीडिया और जनमानस में भी उनकी आलोचना हो रही है, जिससे उनके राजनीतिक करियर पर भी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इस पूरे मामले में मंत्री शाह के इस्तीफे की मांग तेज हो रही है।
वन अधिकार अधिनियम पर जारी कार्यशाला
कार्यशाला का आयोजन वन अधिकार अधिनियम को लेकर किया गया था, जिसमें वन अधिकारों और जनजातीय समाज की समस्याओं पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय वर्ग के अधिकारों को सशक्त बनाना और उनके हितों की रक्षा करना था। हालांकि, मंत्री शाह की तस्वीर हटने की घटना ने कार्यक्रम की छवि को प्रभावित किया।
क्या बोले अधिकारी?
जनजाति कार्य विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अधिकारियों ने बयान से उपजे विवाद को गंभीरता से लिया और किसी भी राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए फौरन कदम उठाए।