Indore UPSC Aspirant Suicide: मध्य प्रदेश के इंदौर में UPSC की तैयारी कर रही 25 वर्षीय छात्रा आशा उइके ने आत्महत्या कर ली। आखिरी नोट में लिखा - "अब उठ जा, IAS ऐसे नहीं बना जाता"। जानें पूरी कहानी और पुलिस जांच की स्थिति।

Indore UPSC Aspirant Suicide: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है। UPSC की तैयारी कर रही 25 वर्षीय छात्रा आशा उइके (Asha Uikey) ने एक बेहद मार्मिक लेटर लिखकर आत्महत्या कर ली।

अब उठ जा, IAS ऐसे नहीं बना जाता–आखिरी शब्द

आशा ने अपनी डायरी में आखिरी बार जो वाक्य लिखा, वह था: अब उठ जा, IAS ऐसे नहीं बना जाता, नींद से जाग। दरअसल, यह शब्द न केवल उसकी जद्दोजहद का प्रतीक हैं बल्कि उस मानसिक दबाव को भी उजागर करते हैं जिससे वह गुजर रही थी।

हिरानगर इलाके में किराए पर रह रही थी आशा

आशा इंदौर के हिरानगर थाना क्षेत्र (Hiranagar Police Station Area) में किराए के कमरे में रहती थी और सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी कर रही थी। लेकिन बताया जा रहा है कि बार-बार असफलता के बाद वह टूट गई और जिंदगी को अलविदा कह गई।

मां से मिलने वाली थी कुछ दिनों में

आशा की मां कुछ ही दिनों में उससे मिलने आने वाली थीं। उन्हें बेटी की परेशानी का आभास हो गया था लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। जब परिजनों के फोन कॉल्स का जवाब नहीं मिला, तब उन्होंने मकान मालिक से संपर्क किया।

कमरे में मिलीं मोटिवेशनल लाइनें और माफीनामे

पुलिस जांच के दौरान, आशा के कमरे की दीवारों पर मोटिवेशनल कोट्स (motivational quotes) चिपके मिले। एक नोटबुक में उसने 20 पेज लिखकर मां-पिता और परिवार से माफी मांगी थी। साथ ही, हर पन्ने पर कुछ न कुछ प्रेरणादायक लाइनें भी लिखी थीं जैसे: कुछ बनने का सपना है, सपनों को सच करना है जल्द से जल्द, हार मत मानो अभी बहुत कुछ बाकी है...

मानसिक तनाव के कारण टूट गई आशा

पुलिस ने बताया कि आशा पिछले कई दिनों से मानसिक तनाव (mental stress) में थी। वह खुद को प्रेरित रखने की पूरी कोशिश कर रही थी। लेकिन अंत में तनाव और असफलता ने उस पर हावी हो गए।

तैयारी और अवसाद

यह घटना एक बार फिर इस सवाल को उठाती है – क्या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मेंटल हेल्थ (mental health) को गंभीरता से लिया जा रहा है? हर साल लाखों छात्र केवल IAS-IPS बनने के सपने के साथ तैयारी में जुटते हैं लेकिन हर कोई इस मानसिक दबाव को नहीं झेल पाता।