Govardhan Puja Unique Tradition : मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर के पास ग्राम भिडावद में अनोखी परंपरा निभाई गई। मन्नत पूरी होने की आस्था में लोग जमीन पर लेट गए और गायें उन्हें रौंदकर गुजरती रहीं।

Ujjain News : मध्य प्रदेश के उज्जैन में दीपावली के तीसरे दिन यानि गोवर्धन पूजा के दिन आस्था और परंपरा का अनोखा नजारा देखने को मिला। एक प्राचीन मान्यता मुताबिक, सैंकड़ों लोग जमीन पर लेट गए और गाय का झुंड उन्हें रौंदते हुए निकल गया। हैरानी की बात यह है कि लोगों को ना तो कोई चोट आई और ना ही उन्हें दर्द का अहसास हुआ। उल्टा लोग गौ-माता के जयकारे हुए उठे और मुस्कुराते रहे।

गायें दौड़ती रहती और लोग मुस्कुराते रहते

यह अनोखा नजारा उज्जैन शहर से करीब से 80 km दूर बड़नगर के पास ग्राम भिडावद में देखने को मिला। जहां बुधवार सुबह गोहरी पूजन में गायों की पूजा के बाद ग्रामीण जमीन पर लेट गए, जिनके ऊपर से गायें गुजरीं। गांव के हर घर से एक युवक इस परंपरा को निभा रहा था। परिवार के लोग पास खड़े खड़े यह सब देख रहे थे। कई लोग इसका वीडियो और तस्वीरें खींच रहे थे। लेकिन ना तो किसी ने मना किया और ना ही गायों को हटाया।

इस वजह से लोग गायों को ऊपर से निकलवाते

बता दें कि ऐसा सिर्फ उज्जैन जिले में नहीं, बल्कि मालवा के अलग-अलग ग्रामीण इलाकों में होता है। जिसे धर्म और मान्यता से जोड़ते हुए देखा जाता है। इस परंपरा को गौरी पूजा का नाम दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा करने से गांव में खुशहाली और सुख समृद्धि बनी रहती है। इस परंपरा के निर्वहन में पूरे गांव के लोग एकत्रित होते हैं. गायों को सजाया जाता है, ढोल बाजे के साथ पर्व मनाया जाता है। उनका कहना है कि वह इसे सदियों से निभाते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो कोई जो मन्नत मांगकर जमीन पर लेटता है तो गाय माता उसकी मनोकामना पूरी कर देती है। ग्रामीणों ने बतया कि आज तक भगवान की कृपा से कोई हादसा नहीं हुा है। ना ही किसी तरह की कोई जनहानि हुई है। ना ही ऐसी गंभीर चोट आई है कि जिससे युवक को लगे कि वह अब ऐसा नहीं करेगा।