मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के महाकाल लोक में लाइट एंड साउंड शो, महाकालेश्वर बैंड और श्री अन्न लड्डू प्रसाद की शुरुआत की। यह पहल भक्तों को भक्ति, संस्कृति और स्वास्थ्य का संगम प्रदान करेगी।

उज्जैन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाकाल लोक परिसर में लाइट एंड साउंड शो, महाकालेश्वर बैंड और श्री अन्न लड्डू प्रसाद की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि “बैंड की अपनी महत्ता होती है। हमारे देश में प्राचीन काल से शंख, नगाड़े और घड़ियाल जैसे वाद्य युद्धों का भी हिस्सा रहे हैं। शंखनाद की ध्वनि पराक्रम का प्रतीक मानी जाती थी। आज महाकाल के दरबार में बैंड की स्थापना इसी परंपरा का आधुनिक रूप है।”

मुख्यमंत्री ने सभी को इस नई पहल के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि अब महाकाल के प्रसाद में बेसन की जगह श्री अन्न (मिलेट्स) से बने लड्डू शामिल किए गए हैं, ताकि उपवास रखने वाले भक्तों को कोई कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि यह प्रसाद हमें आदिवासी अंचलों से जोड़ता है, जहां श्री अन्न प्रमुख रूप से उपयोग किया जाता है।

महाकाल लोक में तीन नई सौगातें एक साथ

सीएम डॉ. यादव ने कहा कि आज महाकाल लोक में रुद्रसागर के किनारे तीन महत्वपूर्ण सौगातें मिली हैं — लाइट एंड साउंड शो, महाकालेश्वर बैंड और श्री अन्न लड्डू प्रसाद। ये सौगातें न सिर्फ उज्जैन बल्कि पूरे देश और प्रदेश के लिए गौरव की बात हैं।

उन्होंने कहा कि “बाबा महाकाल पर सबका अधिकार है। यहां की हर गतिविधि हमारी सनातनी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। महाकाल लोक की जगमगाती रोशनी और आतिशबाजी हमें यह अहसास कराती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से बदल रहा है।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकाल लोक का लोकार्पण प्राचीन अवंतिका की गौरवमयी गाथा को फिर से जीवंत कर गया है। अवंतिका यानी उज्जैन को भगवान शिव से लेकर विक्रमादित्य जैसे महान राजाओं का आशीर्वाद प्राप्त है। इसी वजह से यह नगरी देश और दुनिया में अपनी पहचान रखती है।

महाकाल लोक में लाइट एंड साउंड शो की शुरुआत

मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकाल लोक में शुरू हुए लाइट एंड साउंड शो में शिवपुराण और अन्य धार्मिक कथाओं का सुंदर प्रस्तुतीकरण किया गया है। इसके जरिए श्रद्धालु न केवल भगवान महाकाल की कथाओं को जान पाएंगे, बल्कि उज्जैन के गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर से भी परिचित होंगे।

उन्होंने कहा कि यह शो भक्तों की भक्ति को और गहरा करेगा और उन्हें अपने अतीत से जोड़ने का माध्यम बनेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह कार्यक्रम मां लक्ष्मी पूजन के दिन आयोजित हुआ है, जो अत्यंत शुभ संयोग है।

महाकालेश्वर का अपना बैंड बना आकर्षण

सीएम डॉ. यादव ने महाकालेश्वर बैंड का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह बैंड बाबा महाकाल की सवारी, उत्सवों और विशेष अवसरों पर अपनी स्वर लहरियों से वातावरण को भक्तिमय बनाएगा। यह बैंड विशेष रूप से तैयार किया गया है और इसके सदस्य भगवान भोलेनाथ की महिमा का प्रसार करेंगे। अधिकारियों के अनुसार, इस बैंड के प्रदर्शन से आने वाले श्रद्धालुओं को नई ऊर्जा और उत्साह का अनुभव होगा।

श्री अन्न लड्डू: प्रसाद में पोषण और परंपरा का संगम

महाकाल के प्रसाद में अब श्री अन्न से बने लड्डू शामिल किए गए हैं। ये लड्डू रागी, कोदो, कुटकी और अन्य मिलेट्स से तैयार किए जाते हैं। श्री अन्न लड्डू न केवल पौष्टिक हैं बल्कि इनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं।

इस बदलाव से उपवास करने वाले भक्तों को भी प्रसाद ग्रहण करने में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री अन्न लड्डू का प्रसाद आदिवासी समाज की आर्थिकी को भी सशक्त करेगा, क्योंकि मिलेट्स का उत्पादन मुख्यतः आदिवासी क्षेत्रों में होता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया, जिन्होंने सबसे पहले मिलेट्स को श्री अन्न का दर्जा देकर इसे विश्व स्तर पर पहचान दिलाई। अब मध्यप्रदेश में भी श्री अन्न को हर जगह अपनाया जा रहा है।

भक्ति, संस्कृति और समृद्धि का संगम

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि महाकाल लोक में हो रहे ये आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक जड़ों और जनजीवन से भी जुड़े हैं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “बाबा महाकाल की कृपा से उज्जैन और मध्यप्रदेश प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुएंगे।”

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