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Sonam call detail: 234 कॉल्स in 25 Days! कौन है संजय वर्मा, सोनम रघुवंशी की ज़िंदगी का छिपा नया किरदार?
Raja Raghuwanshi murder update: राजा मर्डर केस में नया ट्विस्ट! सोनम ने 25 दिन में संजय वर्मा को 234 कॉल किए। कौन है ये शख्स? कॉल डिटेल्स ने खोले नए राज़, क्या हत्या की साजिश में शामिल थे और भी चेहरे? पुलिस जांच में जुटी है।
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कॉल डिटेल से खुला सोनम का छुपा सच
Sonam Raghuwanshi call detail: राजा रघुवंशी मर्डर केस में सोनम के मोबाइल की कॉल डिटेल से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। वारदात से पहले 1 मार्च से 25 मार्च तक सोनम ने संजय वर्मा नाम के युवक को 234 कॉल किए। पुलिस अब इस शख्स की तलाश में जुट गई है।
कौन है संजय वर्मा? पुलिस के रडार पर नया नाम
234 बार बात करने वाला संजय वर्मा आखिर है कौन? पुलिस की शुरुआती जांच में साफ है कि वह सोनम के बेहद करीबी संपर्क में था। क्या ये शख्स मर्डर प्लानिंग का हिस्सा था? जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
गाजीपुर की गवाही और दो रहस्यमयी युवक
वाराणसी से गाजीपुर तक के सफर में सोनम के साथ दो युवक और थे। चश्मदीद उजाला यादव ने दावा किया कि एक ने सफेद शर्ट पहनी थी और दोनों ने चेहरा ढका हुआ था। ये युवक कौन थे? यह भी पता लगाया जा रहा है।
सोनम ने बस में डिलीट किया था संदिग्ध नंबर
यात्रा के दौरान सोनम ने एक युवती से फोन मांगा, नंबर टाइप किया लेकिन कॉल नहीं किया। फिर नंबर डिलीट कर दिया। पुलिस को शक है ये किसी सहयोगी का नंबर था।
ढाबे वाले ने बताया- गाड़ी से आई थी सोनम
गाजीपुर में एक चाय दुकान संचालक ने बताया कि सोनम किसी गाड़ी से आई थी और बिलकुल बदहवास नहीं थी। यानी उसे कोई छोड़ने आया था। पुलिस अब उस वाहन का भी पता लगा रही है।
क्या था सोनम-संजय का रिश्ता?
इतनी बार कॉल करने की वजह क्या थी? क्या संजय वर्मा सोनम का दोस्त था या कुछ और? क्या उसने मर्डर के बाद उसे बचने में मदद की? कॉल डिटेल की गहराई से जांच जारी है।
शिलॉन्ग पुलिस का संदेह गहरा
शिलॉन्ग पुलिस का मानना है कि सोनम को वाराणसी से गाजीपुर तक पहुंचाने और छिपाने में मदद किसी जानकार ने की। अब संजय वर्मा इस संदेह की कड़ी बनता जा रहा है।
दो हथियारों से हुई हत्या, दूसरा मिला
क्राइम सीन रिक्रिएशन के दौरान खाई के पास से दूसरा हथियार भी बरामद हुआ। पुलिस का दावा है कि हत्या में दो हथियारों का इस्तेमाल किया गया था।
क्या और भी चेहरे होंगे बेनकाब?
अब जांच का दायरा बढ़ गया है। कॉल रिकॉर्ड्स और चश्मदीद बयानों से साफ है कि सोनम अकेली नहीं थी। मर्डर की प्लानिंग में और कौन शामिल था, पुलिस जल्द राज खोल सकती है।