सार

MP के शिवपुरी के अस्पताल में छुपा एक डरावना राज सामने आया है। 16 वर्षीय नाबालिग ने टॉयलेट में बच्चे को जन्म दिया, लेकिन असली सच्चाई तो चाचा के दो साल तक चल रहे भयावह शोषण की है। परिवार में छुपी इस डर की परतें अब खुल रही हैं।

Shivpuri News:  MP के शिवपुरी के देहात थाने के अंतर्गत एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी ने जिला अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया। शुरुआत में पीड़िता ने जहर खाने की शिकायत की थी, लेकिन बाद में उसने बताया कि उसने जहर नहीं खाया है। इस खुलासे ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी।

दो साल से चलता रहा चाचा का दुष्कर्म

पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए, जिनमें उसने बताया कि पिछले दो साल से उसका 25 वर्षीय चाचा ही उसका दैहिक शोषण कर रहा था। शुरुआत में चाचा गांव में रहता था, जहां पहली बार शोषण हुआ। इसके बाद वह करीब छह-सात महीने पहले शिवपुरी आकर पीड़िता के घर रहने लगा और लगातार शोषण करता रहा।

हैवानियत खुलने पर चाचा ने उठाया ये कदम

गर्भावस्था के दौरान जब पीड़िता ने चाचा को अपनी स्थिति के बारे में बताया, तो उसने घर छोड़ दिया और वापस गांव चला गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर गंभीर जांच शुरू कर दी है।

परिवार से छिपा दर्द, चाचा ने घर छोड़ा

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि डर के कारण उसने परिवार के किसी सदस्य को इस बात की जानकारी नहीं दी। जब वह गर्भवती हुई, तब जाकर चाचा को इस बारे में बताया। इसके बाद चाचा घर छोड़कर गांव वापस चला गया।

परिवार में छिपा रहा शोषण का डर और सन्नाटा

पीड़िता के बयान से पता चला कि वह बहुत डरती थी और किसी को भी अपनी व्यथा बताने में असमर्थ थी। इस भय और दबाव के कारण उसने चुप्पी साधी, लेकिन बच्चे के जन्म के बाद सच्चाई सामने आ गई। यह मामला समाज में नाबालिगों की सुरक्षा और परिवार में चल रहे दुष्प्रभावों पर एक गंभीर चेतावनी है।

पुलिस ने किया मामला दर्ज, जांच जारी

इस गंभीर मामले में पुलिस ने चाचा के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि दोषी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और न्याय दिलाया जाएगा।