सार

MP Weather Alert: कहीं तेज धूप, तो कहीं अचानक बारिश और आंधी ने लोगों को चौंका दिया। 40 जिलों में अलर्ट, हवाएं चलेंगी 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से। मानसून से पहले मौसम के इस बदले मिजाज का राज क्या है?

MP Weather Alert Today: मध्य प्रदेश में नौतपा के चौथे दिन भी मौसम ने रुख बदला हुआ है। तेज धूप और उमस के बाद अचानक आंधी और बारिश से लोग हैरान हैं। मंगलवार को जहां भोपाल समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई, वहीं बुधवार को भी 40 से ज्यादा जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।

इन जिलों में 50 किमी प्रतिघंटा तक चल सकती है आंधी

मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, बालाघाट, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम समेत कुल 40 जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी दी गई है। हवा की रफ्तार 30 से 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।

मौसम बदलने के पीछे ये 3 प्रमुख मौसमी सिस्टम

राज्य के मौसम को प्रभावित करने वाली तीन बड़ी प्रणालियां सक्रिय हैं:

  • दक्षिण छत्तीसगढ़–विदर्भ क्षेत्र में ऊपरी हवा में चक्रवात।
  • पश्चिमी मध्य प्रदेश में चक्रवातीय परिसंचरण।
  • दक्षिण पूर्व राजस्थान से उत्तरी छत्तीसगढ़ तक बनी द्रोणिका।

ये तीनों सिस्टम मिलकर प्रदेश में बार-बार मौसम परिवर्तन ला रहे हैं।

अगले 4 दिन का पूर्वानुमान: हर दिन नया मोड़

  • 28 मई: भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 40 जिलों में बारिश और तेज हवा।
  • 29 मई: ग्वालियर, टीकमगढ़, रीवा, सतना तक फैला भारी बारिश और आंधी का असर।
  • 30 मई: जबलपुर, बालाघाट, पन्ना, कटनी सहित पूर्वी जिलों में अलर्ट।
  • 31 मई: पश्चिमी जिलों में गरज-चमक और भारी बारिश की संभावना।

तापमान में उतार-चढ़ाव: कहीं तपन, कहीं ठंडक

मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 40.2°C पहुंच गया, जबकि ग्वालियर 40.1°C और टीकमगढ़ में 41.5°C दर्ज किया गया। दूसरी ओर छिंदवाड़ा, बैतूल और पचमढ़ी में 34°C के आसपास पारा रहा। उमस और बारिश के कारण लोगों को दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ा।

मानसून की दस्तक अब दूर नहीं!

बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात अगले 48 घंटों में अवदाब में बदल सकता है, जिससे दक्षिण-पश्चिम मानसून के तेज़ी से आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का मानना है कि जून के पहले हफ्ते में मानसून मध्य भारत तक पहुंच सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात जल्द ही अवदाब में बदल सकता है, जिससे मानसून के मध्य भारत में तेजी से पहुंचने की संभावना बढ़ गई है। वर्तमान में मानसून की उत्तरी सीमा मुंबई, पुणे होते हुए गोलपाड़ा तक पहुंच गई है।