सार

मध्यप्रदेश के सतना मेडिकल कॉलेज से कैंसर यूनिट हटाने का मामला तूल पकड़ चुका है। बीजेपी ने विरोध जताया, विधायक गुमशुदा के पोस्टर लगे। जानें ताजा अपडेट।

MP News: मध्य प्रदेश के सतना जिले में मेडिकल कॉलेज से कैंसर यूनिट हटाने का मामला तूल पकड़ चुका है। इस मुद्दे को लेकर जनता में भारी आक्रोश है, सोशल मीडिया पर विरोध तेज हो गया है, और भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बीच, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा की चुप्पी पर सवाल उठने लगे हैं, जिसके चलते शहरभर में उनके "गुमशुदा" के पोस्टर लगाए गए हैं।

मुख्य सचिव के सामने पहुंचा मामला

सोमवार को राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस मामले को मुख्य सचिव के समक्ष रखा। हालांकि, अभी तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इस बीच, भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने पार्टी कार्यालय में उपाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर कैंसर यूनिट को दोबारा स्थापित करने की मांग की है।

सोशल मीडिया पर बढ़ता गुस्सा, विधायक पर निशाना

सतना के लोगों में कैंसर यूनिट हटाए जाने को लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है। सोशल मीडिया पर सरकार के फैसले का विरोध किया जा रहा है। इसी बीच, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा की चुप्पी को लेकर शहर के कई हिस्सों में "गुमशुदा विधायक" के पोस्टर चिपकाए गए हैं। सर्किट हाउस, जिला अस्पताल परिसर और मुख्य बाजारों में लगे इन पोस्टरों में लिखा गया है—"तलाश गुमशुदा, विधायक सतना की तलाश, सतना से छिन रहा कैंसर यूनिट, विधायक जी गुम।"

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भाजपा का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कैंसर यूनिट हटाने का विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। भाजपा उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज सतना के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा थी, जिसे हटाना जनता के साथ अन्याय है। वहीं, भाजपा महामंत्री ऋषभ सिंह ने कहा कि वह इस मामले को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और सरकार से इसे वापस स्थापित करने की मांग करेंगे।

डीपीआर की गलती या स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही?

सूत्रों के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज से कैंसर यूनिट हटाने की वजह डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) में हुई गलती बताई जा रही है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त ने भी इस गंभीर मुद्दे को समय रहते नहीं समझा, जिससे कैंसर यूनिट को मंजूरी नहीं मिली। अब जब जनता और नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया है, तो स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।

क्या कैंसर यूनिट वापस मिलेगी?

अब सवाल उठता है कि क्या जनता और भाजपा के विरोध के बाद सतना मेडिकल कॉलेज में कैंसर यूनिट दोबारा स्थापित होगी या नहीं। मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन और बढ़ते विरोध को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस मामले पर जल्द कोई ठोस निर्णय ले सकती है।

 

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