सार

मध्यप्रदेश के राजगढ़ में झगड़ा कुप्रथा का भयावह मामला! एक प्रतिष्ठित परिवार से लाखों रुपये की मांग, हमले और धमकियों से डरा परिवार। पढ़ें पूरी खबर।

Rajgarh News: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में अब तक ग्रामीण इलाकों तक सीमित झगड़ा कुप्रथा (एक विवादास्पद प्रथा, जिसमें किसी महिला के पति के अलावा किसी अन्य व्यक्ति से संपर्क होने पर झगड़े की राशि देनी होती है) का असर अब शहरी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। ताजा मामला राजगढ़ शहर का है, जहां एक प्रतिष्ठित परिवार को इस कुप्रथा के तहत निशाना बनाया गया।

कैसे शुरू हुआ (Quarrel Custom) विवाद?

राजगढ़ के मुख्य बाजार में साड़ी की दुकान संचालित करने वाले पीड़ित के अनुसार, करीब दो महीने पहले एक महिला उसकी दुकान पर साड़ी खरीदने आई थी। उसने 550 रुपये की साड़ी खरीदी, लेकिन 250 रुपये उधार लिए। भुगतान के लिए महिला ने पीड़ित का मोबाइल नंबर लिया। इसके बाद महिला और पीड़ित के बीच बातचीत शुरू हो गई। महिला के फोन में बातचीत रिकॉर्ड हो रही थी, जिसकी जानकारी उसके पति और ससुराल वालों को लग गई।

झगड़ा प्रथा के नाम पर लाखों की मांग

महिला के ससुराल पक्ष ने महिला के साथ मारपीट करने के बाद पीड़ित को फोन कर धमकाया और झगड़ा प्रथा के तहत लाखों रुपये की मांग की। 21 फरवरी को वे लोग पीड़ित के घर पहुंचे, जिससे घबराकर पीड़ित 30 फीट ऊंची छत से नीचे कूद गया। इस घटना में उसके पैर में गंभीर चोट आई और उसे बेड रेस्ट पर रहना पड़ रहा है।

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घर पर हमला, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात

इसके बावजूद 26 फरवरी को महिला के ससुराल पक्ष के लोग फिर से इकट्ठा होकर पीड़ित के घर पहुंचे और पत्थरबाजी व लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस पूरी घटना के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं।

राजगढ़ पुलिस कार्रवाई और पीड़ित परिवार की दहशत

पीड़ित के भाई के अनुसार, उन्होंने 21 फरवरी को राजगढ़ कोतवाली थाने में शिकायत दी थी। उन्होंने महिला के ससुराल पक्ष के लोगों पर झगड़े की राशि के रूप में 10 लाख रुपये मांगने और हमले के आरोप लगाए हैं। लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर उन्होंने पैसे दे भी दिए, तो आगे अन्य दुकानदारों को भी इसी तरह परेशान किया जा सकता है।

FIR दर्ज कराने से भी डर रहा पीड़ित परिवार

राजगढ़ कोतवाली थाना प्रभारी उमा शंकर मुकाती के अनुसार, यह पूरा मामला एक शादीशुदा महिला से फोन पर हुई बातचीत से जुड़ा है। महिला के देवर द्वारा पहले महिला से मारपीट की गई थी, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। वहीं, 26 फरवरी को महिला के ससुराल वालों ने पीड़ित के घर हमला किया। पुलिस ने पीड़ित परिवार को FIR दर्ज कराने के लिए बुलाया, लेकिन परिवार हमलावरों के जेल से छूटने के बाद संभावित हमले के डर से पीछे हट गया।

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