MP में बारिश ने मचाई तबाही! ग्वालियर में सड़क धंसी, शिवपुरी में ट्रैक्टर बहा और श्योपुर के गांव दुनिया से कट गए… क्या ये सिर्फ बारिश है या किसी बड़े खतरे की दस्तक? जानिए अगले 4 दिन कितने खतरनाक हैं! पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

Heavy rain in MP: मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री ने पहले ही दिन तबाही के संकेत दे दिए हैं। बारिश सिर्फ राहत नहीं, अब दहशत भी बन चुकी है। शिवपुरी, श्योपुर और ग्वालियर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं—जहां सड़कें गुम हो रही हैं, गांव दुनिया से कट चुके हैं और जिंदगी दांव पर है।

शिवपुरी: पुलिया पार करता ट्रैक्टर बहा, ग्रामीणों ने बचाई जान

कुंअरपुर गांव (शिवपुरी) में एक ट्रैक्टर उफनती नाले की पुलिया पार कर रहा था, तभी बहाव तेज हुआ और ट्रैक्टर बह गया। गनीमत रही कि मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सवार चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसी बीच धार जिले के मांधू में भी एक युवक की नदी में डूबने से मौत की खबर है।

श्योपुर: उफनती नदी ने तोड़ा गांवों का संपर्क, ग्रामीणों में डर का माहौल

श्योपुर के खिरखीरी गांव में नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि आसपास के गांवों का सड़क से संपर्क पूरी तरह कट गया है। लोग घरों में कैद हैं, प्रशासन की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं। बरसात ने गांवों को एक टापू में तब्दील कर दिया है।

ग्वालियर: सड़क धंसी, तालाब फटा, घरों में आई दरारें

ग्वालियर में रातभर की मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया। एक मुख्य सड़क अचानक धंस गई, जिससे पास का एक तालाब टूटकर ढह गया। आसपास के घरों में दरारें पड़ गईं और कई लोगों को अपने घर खाली करने पड़े।

MP के हर जिले में पहुंचा मानसून, अब हर कोना भीगा है

मौसम विभाग के अनुसार, अब मध्यप्रदेश का कोई भी जिला मानसून से अछूता नहीं। भिंड और मऊगंज जैसे अंतिम जिलों में भी आज बारिश ने दस्तक दे दी। अब पूरा प्रदेश बादलों के घेरे में है, लेकिन राहत से ज़्यादा चिंता का माहौल बना हुआ है।

 

Scroll to load tweet…

 

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, अगले 4 दिन संभलकर रहें

मौसम विभाग ने 4 दिन के लिए अलर्ट जारी किया है, जिसमें कुछ जिलों में भारी बारिश और आंधी की आशंका जताई गई है:

  • 20 जून:

गुना, अशोकनगर, मऊगंज – भारी बारिश का रेड अलर्ट

भोपाल, इंदौर, जबलपुर – गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश

  • 21 जून:

रीवा, शहडोल, सिंगरौली – भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना

  • 22 जून:

गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, मऊगंज – लगातार तीसरे दिन भारी बारिश का खतरा

  • 23 जून:

पन्ना, सतना, कटनी, दमोह – जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है

लो प्रेशर एरिया और ट्रफ बना कहर की जड़ – मौसम वैज्ञानिक

डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक एक्टिव लो प्रेशर सिस्टम के कारण ट्रफ लाइनें बेहद प्रभावशाली हो चुकी हैं। इन्हीं के कारण प्रदेश में लगातार भारी बारिश और आंधी का असर देखने को मिल रहा है।

ये सिर्फ बारिश नहीं, अलर्ट है… तैयार रहें!

मध्यप्रदेश में अब हर बरसात एक अलार्म है। इस बार की शुरुआत ने बता दिया है कि गंभीर आपदा प्रबंधन, सतर्कता और जागरूकता ही अब लोगों को सुरक्षित रख सकती है।