सार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुणे में जाने-माने उद्योगपति और निवेशकों के साथ इंटरेक्टिव सेशन में शिरकत की। सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक हमने अपने राज्य में इंदौर में कई इन्वेस्टर समिट कीं। आज मध्यप्रदेश बहुत आगे बढ़ चुका है। इंदौर अब ग्लोबली रुप से अलग महत्व रखता है । जो स्वच्छता में सात बार से अपनी साख बनाए हुए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीथमपुर और मंडीदीप उद्योग के मामले में बहुत आगे बढ चुके हैं और रीजनल कान्क्लेव के माध्यम से हमने प्रदेश के हर हिस्से तक निवेश के रुप में विकास पहुंचाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग शहरों में रोड शो करने पहुंचे और हमें जो रिस्पांस मिला उसने हमारा हौसला बढ़ाया। मैं आप सभी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का निमंत्रण देने आया हूं ।
कई सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि सभी सेक्टर में निवेश के लिए हमने आकर्षक पालिसी बनाई हैं। एजुकेशन, फार्मा, माइनिंग, मेडिकल, आईटी, टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। मध्यप्रदेश में श्रम आधारित समस्या नहीं है और तकनीक के माध्यम से आप कहीं से भी व्यवसाय का संचालन कर सकते हैं।
कौशल से भारत को नं. वन बना रहे उद्योगपति
उन्होंने उद्योगपतियों की प्रशंसा में कहा कि जिस प्रकार सीमा पर जवान अगर देश की रक्षा करता है तो अपने कुशल कौशल और व्यवसाय के माध्यम से देश को मजबूत करने में उद्योगपतियों की भी भूमिका होती है। उद्योगपति कई लोगों को रोजगार दे रहे हैं तो भारत को स्वाभिमान के साथ नंबर वन बनाने की भूमिका भी निभा रहे हैं।
ट्रम्प के शपथ ग्रहण में दिखी भारत की ताकत
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं । हमने इंग्लैंड की अर्थव्यवस्था को भी पीछे छोड़ दिया। 11वीं अर्यव्यवस्था से हम पांचवी आर्थिक शक्ति बन चुके हैं।
इसी का परिणाम है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में ही भारत की ताकत और महत्व का अंदाजा हो गया जब डायस के सामने हमारे विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद मौजूद थे। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्यमशीलता को सुशासन के साथ बढ़ावा दिया है। जो रुस के राष्ट्रपति के गले मिल रहे हैं तो युक्रेन का सफर भी ट्रेन से कर रहे हैं
मां अहिल्या को किया नमन
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत में लोकमाता देवी अहिल्या को नमन करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की बेटी ने मध्यप्रदेश में सुशासन के साथ राज्य चलाया। हम उनकी 300वीं जयंती मना रहे हैं जिन्होंने सुद्ध तरीके से शासन व्यवस्था चलाई। जिन्होंने विकास के साथ लोगों की आजीविका का प्रबंधन किया।
इससे पहले मध्यप्रदेश के आला अधिकारियों ने मध्यप्रदेश में निवेश के बारे में निवेशकों को विस्तार से जानकारी दी।