सार
भोपाल में मॉक ड्रिल के दौरान हुए ग्रेनेड विस्फोट में घायल पुलिसकर्मियों से मुख्यमंत्री मोहन यादव अस्पताल में मिले और बेहतर इलाज के निर्देश दिए। घटना की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
भोपाल (एएनआई): मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शुक्रवार को राज्य की राजधानी भोपाल के एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां मॉक ड्रिल के दौरान घायल हुए दो पुलिसकर्मी इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों का हालचाल जाना। राजधानी में गुरुवार को मॉक ड्रिल के दौरान हुए ग्रेनेड विस्फोट में 25वीं बटालियन के दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अस्पताल में घायल कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और डॉक्टरों से भी इलाज के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पुलिसकर्मियों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, “आज मैं मॉक ड्रिल के दौरान घायल हुए हमारे दो पुलिसकर्मियों का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचा और मैंने डॉक्टरों को बेहतरीन इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। इस मौके पर मैंने जवानों के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की।” उन्होंने बताया कि एक पुलिसकर्मी की आंखों के पास गंभीर चोटें आई हैं और डॉक्टरों ने कहा है कि यह समय के साथ ठीक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि पता लगाया जा सके कि ऐसी घटना क्यों हुई और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। हमारी प्राथमिकता पुलिस जवानों की भलाई है और राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है। मैं भगवान महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि जवान जल्द ठीक हो जाएं।” उन्होंने कहा, "इसके अतिरिक्त, यदि आवश्यक हुआ तो बेहतर इलाज के लिए उन्हें बेहतर जगह पर स्थानांतरित करने की व्यवस्था की जाएगी। राज्य सरकार उनके साथ है।"
इसके अलावा, एक्स पर एक पोस्ट में, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "आज, मैं भोपाल के एक अस्पताल में मॉक ड्रिल के दौरान घायल हुए 25वीं बटालियन के दो जवानों का हालचाल जानने गया। मैंने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों से इलाज संबंधी जानकारी ली और बेहतर इलाज के निर्देश दिए। मैं भगवान से जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।" (एएनआई)