MP Board Result 2025: जब मेहनत इरादों से टकराती है, तो नतीजे इतिहास बन जाते हैं। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा मंगलवार, 6 मई को घोषित किए गए हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षाओं के नतीजों में ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। इस बार भी विंध्य अंचल के छात्रों का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा। सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल ने 10वीं कक्षा में 500 में से 500 अंक प्राप्त कर प्रदेश की टॉपर बनीं, वहीं अमरपाटन की प्रियल द्विवेदी ने 12वीं में 492 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया।
रिजल्ट में जबरदस्त सुधार, हाईस्कूल 64.85% और 12वीं 72.34% रहा परिणाम
इस वर्ष एमपी बोर्ड हाईस्कूल का परिणाम 64.85% रहा है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 9.79 प्रतिशत अधिक है। वहीं, 12वीं कक्षा का परिणाम 72.34% रहा है, जिसमें 8.86 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह सुधार प्रदेश के शिक्षा स्तर में निरंतर हो रही प्रगति का संकेत है।
सतना जिले से सबसे ज्यादा छात्र मैरिट में, उचेहरा के ध्रुव ने 12वीं में जिले में टॉप किया
एमपी बोर्ड ने जिला स्तरीय मैरिट सूची भी जारी की है, जिसमें सतना जिले के 17 छात्रों ने 12वीं की मैरिट सूची में जगह बनाई है। उचेहरा के ध्रुव शुक्ला ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अन्य प्रमुख नामों में पिंडरा की कृष्णा देवी वर्मा (दूसरा स्थान) और सरस्वती ज्ञान मंदिर के उज्जवल सिंह (तीसरा स्थान) शामिल हैं।
हायर सेकेंडरी: प्रदेश की मैरिट सूची में सतना के छात्र
छात्र का नाम | स्कूल का नाम | प्राप्तांक | प्रदेश में स्थान |
दीपिका सिंह | व्यंकट क्र. एक | 483/500 | दूसरा |
दुर्गेश कुशवाहा | शाउमावि. श्यामनगर | 477/500 | सातवां |
इशिका श्रीवास्तव | गार्जियन गाइड स्कूल | 475/500 | नौवां |
अनामिका बैस | विद्या निकेतन सतना | 474/500 | दसवां |
हाईस्कूल: जिला मैरिट में 14 छात्रों ने बनाई जगह
छात्र का नाम | स्कूल | प्राप्तांक | प्रदेश में स्थान |
शिवांश पांडेय | सनराइज पब्लिक स्कूल | 497/500 | चौथा |
अमित कुमार पटेल | सरस्वती शिशु मंदिर | 492/500 | नौवां |
वंशिका सिंह | सरस्वती शिशु मंदिर माधवगढ़ | 482/500 | दसवां |
टॉपर्स के सपने: कोई बनना चाहता है IAS, कोई डॉक्टर, कोई इंजीनियर
IAS बनने का सपना: प्रियल द्विवेदी
12वीं साइंस टॉपर प्रियल द्विवेदी का सपना है कि वह भविष्य में IAS बने। प्रियल ने बताया कि वह रोज 8 से 10 घंटे पढ़ाई करती थीं। पिता शिक्षक और मां गृहणी हैं। उनकी सफलता में माता-पिता का विशेष योगदान है।
इंजीनियर बनना चाहते हैं हर्ष पांडेय
गणित संकाय में प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले हर्ष पांडेय ने 11वीं के बाद से ही तैयारी शुरू कर दी थी। प्रतिदिन 6 से 8 घंटे पढ़ाई की। उनके पिता अधिवक्ता हैं और हर्ष इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
डॉक्टर बनने की चाह: दीपिका सिंह
दीपिका सिंह, जो प्रदेश में 10वां स्थान लाई हैं, का सपना है डॉक्टर बनने का। उन्होंने दिन में 10–12 घंटे पढ़ाई की और हर डाउट को टीचर्स से समझा। मां निजी स्कूल में शिक्षिका हैं और पिता ऑनलाइन दुकान चलाते हैं।
प्रोफेसर बनना चाहती हैं आकांक्षा शुक्ला
10वीं में स्टेट टॉपर रही आकांक्षा शुक्ला ने इस बार 12वीं में भी सफलता दोहराई है। वे शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देना चाहती हैं और प्रोफेसर बनने की आकांक्षा रखती हैं।
अन्य प्रेरणादायक कहानियां
- दुर्गेश कुशवाहा: जीव विज्ञान संकाय में सातवां स्थान, इंजीनियर बनने की चाह, पढ़ाई में ऑनलाइन वीडियो और NCERT बुक्स का उपयोग।
- अमित पटेल: किसान परिवार से हैं, ट्यूशन नहीं लिया, अब पुलिस सेवा में जाना चाहते हैं।
- सोनाली शर्मा: 90% से ज्यादा अंक लाने वाली छात्रा, कहती हैं “मेहनत कभी हारती नहीं।”
- गुंजन ओटवानी: जिले में तीसरा स्थान, सभी विषयों में डिस्टिंक्शन अंक।
- उज्ज्वल सिंह: 95.8% अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम, साथ ही बहन अलीका सिंह ने भी 10वीं में 90% अंक प्राप्त किए।
- देवांश सिंह परिहार: रगला गांव से 88% अंकों के साथ मेरिट में नाम दर्ज।
- संशय कुशवाहा: 70% से अधिक विकलांगता के बावजूद 268 अंक अर्जित कर मिसाल कायम की।
डीईओ ने छात्रों की मेहनत को सराहा
जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह ने बताया कि छात्रों की मेहनत और शिक्षकों के मार्गदर्शन से सतना और मैहर का नाम प्रदेशभर में रोशन हुआ है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 12वीं का रिजल्ट 63.48% और 10वीं का 55% था, जिसमें इस बार उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
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