Raja Raghuwanshi Killing: गुवाहाटी लॉज का कमरा नंबर 32, सूटकेस में छिपा मंगलसूत्र और ट्रेकिंग के बीच हुई हत्या! शादी के 13 दिन बाद राजा की मौत और पत्नी सोनम का पलायन… क्या हनीमून पर ही रची गई थी ये खौफनाक साजिश? पुलिस ने खोले हैरान कर देने वाले राज!

Meghalaya Murder Case: 11 मई को इंदौर में शादी के बंधन में बंधे राजा रघुवंशी (29) और सोनम (25) 20 मई को हनीमून पर मेघालय पहुंचे। तीन दिन बाद ही 23 मई को यह जोड़ा रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। राजा का शव 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास घाटी में मिला, जबकि सोनम यूपी के गाजीपुर में आत्मसमर्पण करती दिखी।

कमरा नंबर 32: गुवाहाटी लॉज बना जांच का टर्निंग पॉइंट

पुलिस जांच में सामने आया कि तीन हत्यारे — विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी — 19 मई को रात करीब 8:30 बजे गुवाहाटी के एक लॉज के कमरे नंबर 32 में रुके और सुबह 5:30 बजे रवाना हो गए। यहां से वे मेघालय की ओर निकले। खुद को छात्र बताकर ठहरे इन हत्यारों का यहां रुकना हत्या की समयरेखा में अहम जोड़ साबित हुआ।

सूटकेस में छुपा था सच: मंगलसूत्र और अंगूठी ने खोला राज

23 मई को लापता होने से पहले दंपति ने सोहरा के एक होमस्टे में अपना सूटकेस छोड़ा था। जब पुलिस ने इस सूटकेस की तलाशी ली, तो उसमें सोनम का मंगलसूत्र और एक अंगूठी मिली। विवाहित महिला द्वारा ऐसे गहने पीछे छोड़ जाना संदेह की पहली बड़ी वजह बना।

नोंग्रियाट ट्रेक बना हत्या की योजना का हिस्सा

22 मई को बिना बुकिंग के सोहरा पहुंचे दंपति को कोई कमरा नहीं मिला। उन्होंने ट्रेकिंग में बाधा ना आए इसलिए सूटकेस छोड़कर नोंग्रियाट गांव की ओर रुख किया। बताया गया कि वापसी में उन्हें तीन हिंदी बोलने वालों के साथ देखा गया, जो बाद में हत्या में शामिल निकले।

गवाही बना टूर गाइड का बयान, प्रेमी समेत सभी आरोपी गिरफ्तार

एक टूर गाइड ने बताया कि दंपति के साथ तीन अन्य लोग भी ट्रेक में दिखे थे। पुलिस ने बाद में सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाहा, और तीनों कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को गिरफ्तार कर लिया। शिलांग की अदालत ने सभी को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।