सार
छिंदवाड़ा. कोरोना काल के बाद से रोजाना कोई ना कोई परिवार सामूहिक सुसाइड कर रहा है। वजह है आर्थिक तंगी या फिर कर्जे का बोझ...जिसे वह चुका नहीं पाते और बेबस होकर मौत के गले लगा लेते हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक ऐसा ही दर्दनाक मामला देखने को मिला, जहां एक पति पत्नी ने कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन अब दंपत्ति का सुसाइड नोट सामने आया है, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस नोट ने अपने बच्चों के लिए जो सीख या समच लिखकर गए हैं वह सभी को सोचने पर मजबूर करती है।
माता-पिता मरकर भी बच्चों को देकर चले गए सीख
पुलिस के हाथ दंपत्ति के द्वारा लिखा जो तीन पेज का सुसाइड नोट मिला है उसमें उन्होंने अपने बच्चों के लिए बड़ी सीख लिखकर गए हैं। पति पत्नि ने लिखा-बेटा जिंदगी में पैसे कितने जरूरी हैं, बिना पैसे के यह जिंदगी नहीं चलती है। वहीं कर्जा बहुत बुरी जीच है, इससे आप लोग बचकर रहना। नहीं तो पूरी जिदंगी बिगड़ जाएगी। वहीं सुसाइड नोट के अंत में लिखा-शिवम, सत्यम बेटा हमें माफ कर देना बेटा। अपना साथ यहीं तक था। हम माफ करने लायक तो नहीं हैं पर माफ कर देना बेटा। हम मजबूर हो गए हैं। इसलिए तुम्हें बीच में छोड़कर जा रहे हैं। तुम समझ लेना तुम्हारे मां-बाप एक एक्सीडेंट में मारे गए। लेकिन तुम दोनों पत्थर बनकर रहना, अपने सारे सपने पूरे करना। इसके अलावा इस नोट में उन सूदखोरों के बारे में भी लिखा है, जो उनपर जबरन दबाव बना रहे थे। जिनसे परेशान होकर उनको मरना पड़ा है।
किराना व्यपारी थे रामलखन रघुवंशी
बता दें कि मरने वाले पति पत्नी का नाम रामलखन रघुवंशी और भूमिलता रघुवंशी है। जो छिंदवाड़ा के तामिया के रहने वाले थे। रामलखन किराना व्यवारी थे। 13 जनवरी को जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। दोनों के शव सुबह घर के अंदर बिस्तर पर पड़े मिले थे। पुलिस न इस मामले में अब तक 5 को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि 6 लोगों पर केस दर्ज किया है। पुलिस ने ये कार्रवाई दंपती के छोड़े गए सुसाइड नोट आने के बाद की है।
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