सस्पेंस की चादर में लिपटी लिव-इन मर्डर मिस्ट्री! | भोपाल में बॉस से अफेयर के शक में प्रेमिका की हत्या, बोरे में भरकर शव के साथ दो दिन रहा प्रेमी | जानिए क्या हुआ 27 जून की रात जब प्यार बना सनकीपन का शिकार!
Bhopal live-in murder: भोपाल से एक सनसनीखेज मर्डर केस सामने आया है, जिसमें एक बेरोजगार युवक ने अपनी लिव-इन पार्टनर की गला घोंटकर हत्या कर दी। वजह थी – शक। आरोपी को लगने लगा था कि उसकी प्रेमिका का अपने बॉस के साथ अफेयर चल रहा है। इसी शक ने प्यार को पागलपन में बदल दिया और अंततः उसकी जान ले ली। यह वारदात 27 जून की रात को भोपाल के बजरिया थाना क्षेत्र में हुई। जहां प्रेमी सचिन राजपूत (उम्र लगभग 30 वर्ष) और रितिका सेन (उम्र लगभग 28 वर्ष) किराए के मकान में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे।
प्रेमिका वर्किंग, प्रेमी बेरोजगार– शुरू हुआ शक का सिलसिला
रितिका सेन एक निजी कंपनी में कार्यरत थीं, जबकि सचिन लंबे समय से बेरोजगार था। इसी आर्थिक असमानता और रितिका के ऑफिस लाइफ को लेकर सचिन के मन में शक पैदा हो गया। उसे लगने लगा कि रितिका का उसके बॉस के साथ कुछ चल रहा है। शुरुआत में बात सिर्फ बहस तक सीमित थी, लेकिन 27 जून की रात ने सब कुछ बदल दिया। गुस्से में आकर सचिन ने रितिका की गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शव को एक बड़े प्लास्टिक के बोरे में डालकर बिस्तर पर रख दिया। इसके बाद वह दो दिन तक उसी कमरे में शव के साथ रहा।
शव के साथ शराब, अकेलापन और सनक
हत्या के बाद आरोपी ने ना तो पुलिस को खबर दी, ना भागने की कोशिश की। वह दो दिन तक बिस्तर पर लिपटे शव के पास बैठकर शराब पीता रहा। धीरे-धीरे उसका मानसिक संतुलन बिगड़ता गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सचिन लगातार नशे में डूबा रहा और शव सड़ने लगा था।
दोस्त के सामने हुआ खुलासा, फिर खुला राज़
हत्या के दो दिन बाद आरोपी ने अपने एक पुराने दोस्त से मुलाकात की और नशे में झूमते हुए कहा कि उसने अपनी प्रेमिका को मार डाला है। पहले तो दोस्त को यकीन नहीं हुआ, लेकिन अगली सुबह जब सचिन ने फिर वही बात दोहराई, तब दोस्त ने बजरिया थाना पुलिस को सूचना दी।
पुलिस पहुंची, तो मिला बोरे में सड़ता हुआ शव
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा खोलने पर उन्हें बदबू का झटका लगा। जब अंदर गए तो देखा कि बिस्तर पर एक बड़ा बोरा रखा है, जिसमें रितिका का शव लिपटा हुआ था। शव को तुरंत पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। एसएचओ शिल्पा कौरव ने पुष्टि की कि सचिन ने अपराध स्वीकार कर लिया है और उस पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बढ़ते लिव-इन मर्डर केस: क्या रिश्ते अब भरोसे के लायक बचे हैं?
यह मामला उन कई खतरनाक घटनाओं में से एक है, जो हाल के दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आई हैं। बेंगलुरु और दिल्ली में भी लिव-इन पार्टनर के बीच हुए विवाद खून-खराबे में बदल चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन रिश्तों में जब भावनाएं, आर्थिक दबाव और शक एक साथ आ जाते हैं, तो नतीजा अक्सर जानलेवा हो सकता है।
प्यार का अंधा मोड़
भोपाल की यह घटना सिर्फ एक मर्डर केस नहीं है, बल्कि यह बताती है कि जब प्यार में शक की दरार पड़ती है, तो वह खाई बनकर सब कुछ निगल जाती है। रिश्तों में संवाद और समझदारी की कमी, अपराध को जन्म दे सकती है – और भोपाल की यह कहानी इसका ज्वलंत उदाहरण है।