MP weather forecast: MP में आसमान से बरसेगा कहर या राहत?" मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, नदियां उफान पर, खेत लबालब! क्या ये मानसून रिकॉर्ड तोड़ देगा? जानिए किन जिलों में अगले 4 दिन सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है...
MP monsoon update 2025: मध्यप्रदेश में एक बार फिर से मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी 4 दिनों तक राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इस समय एक मानसून ट्रफ प्रदेश के ऊपरी हिस्से से होकर गुजर रहा है, साथ ही एक लो-प्रेशर एरिया एक्टिव हो चुका है, जिससे तेज बारिश की संभावना बन रही है।
ग्वालियर से इंदौर तक 25+ जिलों में बारिश दर्ज
बीते सप्ताह से मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। ग्वालियर में सबसे ज्यादा 2.3 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि खरगोन में डेढ़ इंच, सीधी में 1 इंच और उमरिया में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। शाजापुर और रायसेन में भी अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई।
इन जिलों में रही हल्की फुहारें
भोपाल, दतिया, इंदौर, नर्मदापुरम, श्योपुर, शिवपुरी, मंडला, सागर, सिवनी, बालाघाट, राजगढ़, देवास, आगर-मालवा और सीहोर जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। अब तक प्रदेश में औसतन 18.2 इंच वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य से 5.6 इंच (72%) ज्यादा है।
निवाड़ी सबसे आगे, इंदौर-उज्जैन सबसे पीछे
निवाड़ी जिला बारिश के मामले में टॉप पर है, जहां एक महीने में ही 103% यानी 31.46 इंच बारिश हो चुकी है। इसके मुकाबले इंदौर में 7 इंच और उज्जैन में सिर्फ 8 इंच पानी गिरा है।
5 बड़े शहरों में बारिश का हाल
- भोपाल – 14.5 इंच
- ग्वालियर – 18.5 इंच
- जबलपुर – 21.6 इंच
- इंदौर – 7 इंच
- उज्जैन – 8 इंच
पूर्वी MP में बौछारें बनीं वरदान
जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में औसत से 86% ज्यादा बारिश हो चुकी है। इन क्षेत्रों में खेत लबालब हैं और जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
क्या कहना है मौसम विभाग का?
IMD भोपाल के अनुसार, बारिश का यह सिलसिला आगामी 4 दिनों तक और तेज हो सकता है। खासकर मध्य, उत्तर और पूर्वी जिलों में फ्लैश फ्लड और जलभराव की स्थिति बन सकती है।