सार

Chhatarpur News: बागेश्वर धाम में 251 गरीब बेटियों का सामूहिक विवाह आयोजित, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी वर-वधू को देंगी आशीर्वाद। जानें इस भव्य आयोजन की पूरी जानकारी।

Bageshwar Dham: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम में एक ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है, जहां 251 गरीब और अनाथ बेटियों की शादी करवाई जा रही है। इस भव्य सामूहिक विवाह समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शामिल होकर वर-वधू को आशीर्वाद देंगी। यह आयोजन बुंदेलखंड महोत्सव के अंतिम दिन रखा गया है और इसकी सारी व्यवस्थाएं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा की जा रही हैं।

बागेश्वर धाम में गरीब और अनाथ बेटियों को मिला संजीवनी सहारा

बागेश्वर धाम में होने वाले इस सामूहिक विवाह में शामिल 251 लड़कियों में से 54 अनाथ हैं, 94 के पिता नहीं हैं और 87 परिवार इतने गरीब हैं कि जीवन यापन भी मुश्किल है। इसके अलावा, 4 दिव्यांग लड़कियों की भी शादी करवाई जा रही है।

बागेश्वर धाम में इन बेटियों की आज हो रही है शादी

श्रेणी    लड़कियों की संख्या

दिव्यांग: 4

जिनके माता-पिता नहीं : 54

जिनके पिता नहीं : 94

जिनकी मां नहीं : 12

अत्यंत गरीब : 87

कैसे बदल रही है इन बेटियों की जिंदगी? (Bageshwar Dham mass marriage 2025)

नाथूराम की पोती सोनम को मिली नई उम्मीद

छतरपुर जिले के निवारी गांव की सोनम, जिसकी शादी भी इस आयोजन में हो रही है, बताती हैं कि उनके लकवाग्रस्त दादा उनकी शादी को लेकर बेहद चिंतित थे। उनकी मां और भाई मजदूरी करते हैं और घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। बागेश्वर धाम ने उनकी शादी की सारी व्यवस्थाएं की हैं, जिससे उनके परिवार का बड़ा सपना साकार हो रहा है।

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निकिता की कहानी: पिता ने छोड़ा, मां-भाई ने संभाली जिम्मेदारी

छतरपुर में रहने वाली निकिता साहू की भी शादी बागेश्वर धाम में हो रही है। निकिता के पिता ने बहुत पहले परिवार को छोड़ दिया था। उनकी मां और भाई दुकानों में काम करके घर चलाते हैं। शादी के लिए पैसे न होने के कारण निकिता को भी इस आयोजन में शामिल किया गया।

गीता और आरती की अनसुनी स्टोरी सुन गीली हो जाएंगी आंखे  

पनौठा गांव की गीता और उनकी छोटी बहन आरती अपने 80 वर्षीय दादी के साथ रहती हैं। बचपन में मां की मौत हो गई थी और पिता भी छोड़कर चले गए। बचपन से ही संघर्ष कर रही गीता की शादी बागेश्वर धाम के आयोजन में करवाई जा रही है।

बागेश्वर धाम की दान पेटी से बेटियों की शादी का अनोखा कदम

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अब मंदिरों की दान पेटी से गरीब बेटियों की शादी करवाई जाएगी। 251 लड़कियों की शादी की सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। सभी नवविवाहिताओं को गृहस्थ जीवन के लिए ज़रूरी सामान, सिलाई मशीन और आटा चक्की भी उपहार में दी जा रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।

बागेश्वर धाम में हर वर्ग की बेटियों को मिला विवाह का अवसर

इस आयोजन में हर जाति और समाज की बेटियों को शामिल किया गया है।

जाति       लड़कियों की संख्या

आदिवासी:  108

दलित : 70

पिछड़ा वर्ग:  57

सामान्य : 16

बागेश्वर धाम में ऐतिहासिक विवाह समारोह

बागेश्वर धाम में यह ऐतिहासिक विवाह आयोजन सामाजिक समरसता और मानवता की मिसाल बन चुका है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आशीर्वाद से यह बेटियां अपने नए जीवन की शुरुआत करेंगी। इस महायज्ञ में धीरेंद्र शास्त्री का यह कदम उन बेटियों के लिए एक नई रोशनी लेकर आया है, जो आर्थिक तंगी के कारण विवाह के सपने से कोसों दूर थीं।

 

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