सार
Worst polluted cities in India: धनबाद में ज़मीन के नीचे जल रहे कोयले से निकल रहा ज़हरीला धुआं बच्चों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। सांस की बीमारियों से लेकर घरों तक पहुँचते धुएं ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
Hazardous pollution in Dhanbad Jharkhand: धनबाद, झारखंड का एक शहर है जिसे "कोल कैपिटल ऑफ इंडिया" कहा जाता है। यहां ज़मीन के नीचे कोयले की इतनी बड़ी मात्रा है कि कई जगह कोयले में खुद-ब-खुद आग लग गई है, जो पिछले 100 सालों से लगातार जल रही है। ये आग बंद नहीं हुई है, और इसके कारण ज़मीन से हर वक्त ज़हरीला धुआं निकलता है। यह जहरीला धुआं वर्तमान पीढ़ी से लेकर आने वाले पीढ़ी के स्वास्थ के लिए हानिकारक है। आग से निकलने वाली धुआँ विकलांग बच्चे पैदा कर रही है, जो आने वाले पीढ़ी के नीव को कमजोर कर रही है, चलिए इसके बारे में इस लेख में जानते हैं।
बच्चों के लिए जहर बना प्रदूषण
- हाल ही में रिपोर्ट आई है कि धनबाद में 600 से ज़्यादा बच्चे बीमार हैं, जिनमें सांस की बीमारी, एलर्जी, और अस्थमा जैसी समस्याएं पाई गई हैं।
- इन बच्चों की हालत दिन-ब-दिन खराब हो रही है, क्योंकि ये धुआं सिर्फ बाहर नहीं बल्कि घर के अंदर भी पहुंच जाता है।
धुआं इतना ज़हरीला कि कुछ भी काम नहीं आता
- दिल्ली जैसे बड़े शहरों में लोग एयर प्यूरीफायर लगाते हैं, मास्क पहनते हैं, लेकिन धनबाद में ये सब भी काम नहीं करता।
- यहां धुएं और जहरीली गैसों का स्तर इतना खतरनाक है कि इंसान की आंखों और सांसों पर सीधा असर डालता है।
घर भी नहीं हैं सुरक्षित
- जिन इलाकों के नीचे कोयले की आग जल रही है, वहां की जमीन गरम हो चुकी है।
- कुछ जगहों पर तो जमीन धंस चुकी है और लोगों के घर गिरने की कगार पर हैं।
हालात बद से बदतर
- ना बच्चों के खेलने की जगह बची है, ना साफ हवा।
- धनबाद में लोग ज़िंदगी जीने नहीं, सिर्फ ज़िंदा रहने की कोशिश कर रहे हैं।