Air India Crash: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एअर इंडिया हादसे पर उच्च-स्तरीय बैठक की। राहत कार्य की समीक्षा और डीएनए परीक्षण पर ज़ोर दिया गया। पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन।

गांधीनगर, 12 जून : एअर इंडिया के अहमदाबाद से लंदन जाने वाले विमान के दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के संदर्भ में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में गुरुवार शाम को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित कर इस पूरी घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने राहत और बचाव कार्य की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में केंद्रीय मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, केंद्रीय मंत्री श्री किंजरापु राम मोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल भी शामिल थे।

इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री को नागरिक उड्डयन विभाग, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए), स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और राहत आयुक्त द्वारा इस विमान हादसे के घटनाक्रम, राहत और बचाव कार्य तथा स्वास्थ्य सेवाओं सहित संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई।

इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे को दुःखद करार देते हुए केंद्रीय मंत्री श्री अमित शाह ने पीड़ित परिवारों को सरकार की ओर से सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से घायलों के त्वरित उपचार, मृतकों और उनके परिजनों का डीएनए सैंपल कलेक्शन करने और मृतकों की पहचान से लेकर पार्थिव शरीर को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने तक, हर स्तर पर आवश्यक मदद की जाएगी।

श्री अमित शाह ने संबंधित अधिकारियों को मृतकों की पहचान के लिए डीएनए मिलान के कार्य को अधिक सुदृढ़ बनाने और घटना की संपूर्ण जांच पूरी हो जाने तक घटना स्थल को पूरी तरह से सुरक्षित रखने के आदेश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्घटना में मृतकों की संख्या के आधिकारिक आंकड़ें परीक्षण पूरा होने के बाद ही घोषित किए जा सकेंगे।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने दुर्घटना स्थल का भी दौरा कर समीक्षा की है। सभी यात्रियों के शवों को बाहर निकालने का काम लगभग पूरा हो चुका है। जो लोग विदेश में हैं, उनके रिश्तेदारों को सूचित करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है और उनके यहां पहुंचते ही उनके डीएनए सैंपल भी लिए जाएंगे।

उन्होंने आगे कहा कि लगभग 1000 डीएनए परीक्षण गुजरात में ही होंगे। गुजरात में इतनी बड़ी संख्या में डीएनए परीक्षण की क्षमता होने के कारण, डीएननए सैंपल परीक्षण के लिए गुजरात से बाहर कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। राज्य की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) साथ मिलकर जल्द से जल्द डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे और उसके बाद शवों को उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंने हॉस्पिटल जाकर इस दुर्घटना में घायल और उपचाराधीन यात्रियों से उनका हालचाल लिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और पूरा देश इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिवारों के साथ खड़ा है।

राज्य सरकार द्वारा दुर्घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत शुरू किए गए राहत और बचाव कार्य के संदर्भ में बैठक में बताया गया कि डीएनए प्रक्रिया के लिए 45 डॉक्टरों की टीम, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की दो-दो टीमें, 85 फायर फाइटर और अहमदाबाद महानगर पालिका (एएमसी) की पूरी टीम तथा 75 से अधिक एंबुलेंस राहत और बचाव कार्य में शामिल थे। घायलों को त्वरित उपचार के लिए हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया था।

इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने स्टेट ऑपरेशन सेंटर में कंट्रोल रूम कार्यरत कर हेल्पलाइन नंबरों सहित अन्य अलग-अलग 7 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

श्री अमित शाह ने इस संदर्भ में राहत और बचाव कार्य में केंद्र सरकार की एजेंसियों और राज्य सरकार के पुलिस, स्वास्थ्य, दमकल और आपदा प्रबंधन तंत्र के समन्वय और त्वरित कार्य की सराहना की।

इस उच्च स्तरीय बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री ऋषिकेश पटेल, नागरिक उड्डयन मंत्री श्री बलवंतसिंह राजपूत, गृह राज्य मंत्री श्री हर्ष संघवी, मुख्य सचिव श्री पंकज जोशी, गृह विभाग और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री एम.के. दास सहित राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।