CM भूपेंद्र पटेल ने 13 सितंबर 2025 को सुशासन के 4 वर्ष पूरे किए। गुजरात में नमो लक्ष्मी योजना से 10.49 लाख बेटियों को ₹1000 करोड़ और नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना से 1.50 लाख विद्यार्थियों को ₹161 करोड़ की सहायता मिली।
गांधीनगर। CM भूपेंद्र पटेल ने 13 सितंबर 2025 को सुशासन के 4 वर्ष पूरे किये। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से गुजरात की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। प्रधानमंत्री के विकसित भारत@2047 के संकल्प को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मार्च 2024 में दो नई योजनाएँ शुरू कीं— नमो लक्ष्मी योजना और नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना।
नमो लक्ष्मी योजना: बेटियों की शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता
इस योजना का उद्देश्य है कि राज्य की बेटियाँ आर्थिक कठिनाइयों के कारण पढ़ाई न छोड़ें।
- कक्षा 9 से 12 तक पढ़ाई कर रही प्रत्येक छात्रा को चार साल में कुल ₹50,000 की सहायता दी जाती है।
- यह लाभ गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSHSEB) और CBSE से मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रही छात्राओं को मिलता है।
- यदि छात्राओं को किसी अन्य सरकारी योजना से छात्रवृत्ति मिल रही हो, तब भी यह योजना अतिरिक्त लाभ के रूप में लागू होगी।
- योजना के संचालन के लिए विशेष नमो लक्ष्मी पोर्टल बनाया गया है।
अब तक 10.49 लाख से अधिक छात्राओं को ₹1000 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।
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नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना: विज्ञान संकाय के छात्रों के लिए प्रोत्साहन
इस योजना का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक विद्यार्थी विज्ञान संकाय चुनें और भविष्य की तकनीकी ज़रूरतों को पूरा कर सकें।
- कक्षा 10 में 50% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी कक्षा 11 व 12 में विज्ञान संकाय (Science Stream) में प्रवेश लेकर इस योजना का लाभ पा सकते हैं।
- सरकारी, अनुदानित और आत्मनिर्भर स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को यह लाभ दिया जाता है।
- हर विद्यार्थी को दो वर्षों में कुल ₹25,000 की सहायता मिलती है।
- योजना के संचालन के लिए नमो सरस्वती पोर्टल बनाया गया है।
अब तक 1.50 लाख से अधिक विद्यार्थियों को ₹161 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।
भविष्य की तैयारी: विज्ञान और तकनीक में रोजगार के अवसर
गुजरात आज सेमीकंडक्टर, हरित ऊर्जा और डिजिटल साइंस जैसे क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले समय में इन क्षेत्रों में तकनीकी कार्यबल की भारी मांग होगी।
- नमो सरस्वती योजना से अधिक विद्यार्थी विज्ञान संकाय चुनेंगे।
- राज्य में विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होगी।
- युवाओं के लिए रोजगार और करियर के अवसर बढ़ेंगे।
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