सार

गुजरात के बनासकांठा में पटाखा गोदाम में हुए भीषण विस्फोट से 21 लोगों की दर्दनाक मौत, जिनमें 7 मासूम बच्चे भी शामिल। जानें हादसे की पूरी कहानी, कारण और प्रशासन की प्रतिक्रिया।

Banaskantha Blast: गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा शहर में मंगलवार सुबह एक पटाखा गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ, जिससे 21 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें 7 मासूम बच्चे भी शामिल थे। धमाके से पूरी इमारत धराशायी हो गई, और 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

कैसे हुआ हादसा?

जांच के अनुसार, दीपक ट्रेडर्स नामक गोदाम अवैध रूप से पटाखों का भंडारण और बिक्री कर रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां अग्नि सुरक्षा उपकरणों की पूरी तरह से कमी थी। अधिकारियों का कहना है कि मालिकों ने बिना वेंटिलेशन के गोदाम में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जमा कर रखी थी, जिससे यह हादसा हुआ।

गोदाम का लाइसेंस पहले ही हो चुका था रद्द!

गुजरात पुलिस के अनुसार, गोदाम का पटाखे भंडारण और बिक्री का लाइसेंस 31 दिसंबर को समाप्त हो गया था, और जब नवीनीकरण के लिए निरीक्षण किया गया, तो गंभीर सुरक्षा खामियां पाई गईं। इसके बावजूद, मालिकों ने अवैध रूप से कारोबार जारी रखा।

 

 

गोदाम मालिक गिरफ्तार, एसआईटी जांच शुरू

घटना के तुरंत बाद, पुलिस ने गोदाम मालिक खूबचंद मोहनानी और उनके बेटे दीपक मोहनानी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने इस हादसे की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया है।

यह भी पढ़ें… क्या इस बार इंदौर को मिलेगा सबसे बड़ा झटका? सफाई सर्वेक्षण में बढ़ी टेंशन

पीड़ितों में कौन थे शामिल?

मृतकों में से कई मध्य प्रदेश से आए प्रवासी मजदूर थे। विस्फोट से कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया, और कुछ घायल अब भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

किस सरकार ने कितना दिया मुआवजा?

  • 1. केंद्र सरकार – मृतकों के परिवार को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता
  • 2. गुजरात सरकार – मृतकों के परिवार को ₹4 लाख और घायलों को ₹50,000 का मुआवजा

 

 

PM मोदी से लेकर CM तक ने क्या दी प्रतिक्रियाएं?

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी – "गुजरात के बनासकांठा में हुए दर्दनाक हादसे से गहरा दुख हुआ। प्रशासन पूरी सहायता कर रहा है।"
  • गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल – "घायलों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा दी जाएगी, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।"
  • मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव – "हम मृतकों के परिवारों की हरसंभव सहायता करेंगे।"

क्या यह हादसा रोका जा सकता था?

 जांच से सामने आईं लापरवाहियां:

  • 1. बिना लाइसेंस के पटाखों का भंडारण जारी था।
  • 2. गोदाम में अग्नि सुरक्षा उपायों का अभाव था।
  • 3. स्थानीय प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई।

यह भी पढ़ें…. सिर्फ 5 रुपये में बिजली कनेक्शन! इस गर्वनमेंट स्कीम का किसे और कैसे मिलेगा फायदा?