सार

महेंद्रगढ़ के बाघोत गांव में एक युवक ने आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बीजेपी के पूर्व मंत्री और उनके बेटे पर आरोप लगाते हुए शव लेने से इनकार कर दिया और धरने पर बैठ गए।

महेंद्रगढ़। देश में इस वक्त आत्महत्या से जुड़े एक नहीं बल्कि कई सारे मामले सामने आ रहे हैं। हरियाणा में भी 13 दिसंबर के दिन महेंद्रगढ़ के बाघोत गांव में एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बाद में शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को देना चाहा तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया। परिजनों ने इस बात की मांग उठाई है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं हो जाता है तब तक वो शव को नहीं लेंगे। रविवार से ही परिजन हॉस्पिटल के बाहर धरने पर अपनी मांग के साथ बैठे हुए हैं। आत्महत्या के इस मामले में आरोपियों के तौर पर बीजेपी के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा और उनके बेटे का नाम सामने आ रहा है।

एक बेटे को खोने वाले पति कैलाश शर्मा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बीजेपी के पूर्व मंत्री रामबिलास ने उनके पैसे हड़पे हुए हैं। साथ ही झूठे केस भी दर्ज करवाएं हैं। जब हम केस दर्ज करवाना चाहते हैं तो वो राजनीतिक दबाव बनाकर ऐसा करने नहीं दे रहा है। इस मामले में चीफ सेक्रेटरी की तरफ से ऑर्डर भी दिए गए हैं। इसके बावजूद किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। साथ ही कैलाश शर्मा ने बताया कि उनके दो बड़े हैं। बड़ा बेटा मोहित और दूसरा पुलकित। दोनों 13 दिसंबर की शाम को किसी के जन्मदिन पार्टी में गए थे। वहां से लौटकर आने के बाद मोहित ने घर में आकर आत्महत्या कर ली।

बीजेपी पूर्व मंत्री समेत इन लोगों पर लगाया इल्जाम

पिता कैलाश ने बताया कि मोहित की मां ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी। इसी चीज से वो काफी परेशान चल रहा था। इस मामले में कैलाश शर्मा ने पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, उनके बेटे गौतम शर्मा, रणधीर, जगत, विकास हांस, सतबी और जयवीर ढाणी पाल को अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार बताया है। शिकायत करने के बाद भी जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वो हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठने के लिए मजबूर हो रखे हैं।