IPS Officer Suicide Note: हरियाणा IPS अधिकारी की संदिग्ध मौत! पत्नी ने CM को पत्र लिखा, FIR न होने पर आरोप लगाए शक्तिशाली अधिकारियों पर। क्या प्रशासन का दबाव सच में उनके आत्महत्या के पीछे है?
Haryana CM Letter Complaint: हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस मामले ने प्रशासन और आम जनता के बीच गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सच में उनके पीछे कोई बड़ी साजिश थी? या उनके सुसाइड नोट में बताए गए शक्तिशाली अधिकारियों के नाम प्रशासन पर दबाव डाल रहे हैं?
घटना के बाद कहां थी आईपीएस अफसर की आईएएस पत्नी?
घटना के वक्त जापान में मौजूद रहीं कुमार की पत्नी एवं वरिष्ठ IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने बताया कि उनके पति के सुसाइड नोट में शामिल शक्तिशाली पुलिसकर्मियों के नामों के बावजूद किसी भी एफआईआर का रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया। उन्होंने लिखा कि चंडीगढ़ पुलिस ने उनके पति की मौत के कई दिन बाद भी उनके उत्पीड़न, अपमान और मानसिक यातना से जुड़े विवरणों की अनदेखी की।
क्या प्रशासन है भ्रष्टाचार और दबाव की साजिश का हिस्सा?
अमनीत ने पत्र में आरोप लगाया कि कुछ उच्च अधिकारियों का यह मामला प्रभावित कर रहा है और वे परिवार को बदनाम करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से तुरंत कार्रवाई, जिम्मेदार अधिकारियों के निलंबन और परिवार की सुरक्षा की मांग की। यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत दुख नहीं बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
जातिवाद और मानसिक उत्पीड़न-क्या ये थे आत्महत्या के कारण?
पत्र के अनुसार, कुमार ने अपने सुसाइड नोट में उल्लेख किया कि उन्हें जाति-आधारित भेदभाव और विभागीय उत्पीड़न सहना पड़ा। उनकी पत्नी का दावा है कि यह लगातार मानसिक तनाव और अपमान का परिणाम था, जिसे नजरअंदाज किया गया। उन्होंने चंडीगढ़ के एसएचओ को लिखे एक अन्य पत्र में भी यह मुद्दा उठाया।
क्या सुरक्षा के नाम पर परिवार को भी खतरा है?
अमनीत ने पत्र में लिखा कि उनके और उनके परिवार की सुरक्षा पर गंभीर खतरा है। उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं और यह डर है कि जिम्मेदार अधिकारी साक्ष्य छेड़छाड़ या जांच प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने सरकार से परिवार की सुरक्षा और दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
