Haryana Shocking Murder Case: क्या गुरुग्राम में राधिका यादव की हत्या सिर्फ परिवारिक तनाव की वजह से हुई? मां ने कहा – “मैंने गोली नहीं देखी”, पिता दीपक यादव ने कबूल की पांच गोलियाँ। चार्जशीट में 35 गवाह और चौंकाने वाले खुलासे।

Radhika Yadav Murder: गुरुग्राम में 10 जुलाई को हुई पूर्व राज्य स्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया। घटना के मुख्य आरोपी उनके पिता, दीपक यादव हैं। चार्जशीट और पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। मां मंजू यादव ने अपने पति का बचाव किया और कहा कि उन्होंने अपनी बेटी पर गोली चलते नहीं देखा। यह मामला अब गुरुग्राम क्राइम, परिवारिक तनाव और हत्या के रहस्य के रूप में सुर्खियों में है।

क्या पिता ने सच में गोली चलाई?

पुलिस के अनुसार, दीपक यादव ने अपने घर की रसोई में खाना बना रही 25 वर्षीय राधिका यादव पर अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से कई गोलियां चलाईं। दीपक ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पहली गोली राधिका की कमर पर मारी और उसके गिरने के बाद चार और गोलियां चलाईं। शुरुआती जाँच में यह स्पष्ट हुआ कि पिता ने बेटी को गोली इसलिए मारी क्योंकि गांव वाले उसे ताना मारते थे और कहते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई पर गुज़ारा कर रहा है।

मां मंजू यादव ने कहा, "मैंने अपनी बेटी को गोली लगती नहीं देखी। घटना के बाद से मैंने अपने पति से बात नहीं की और न ही उनसे मिली हूँ। मुझे नहीं पता कि मेरी बेटी को कैसे और क्यों गोली मारी गई।"

कितने गवाह और सबूत हैं?

गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में लगभग 35 गवाहों से पूछताछ की और 254 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। आरोपपत्र में बताया गया है कि दीपक ने राधिका को तीन बार गोली मारी। पुलिस ने यह भी निष्कर्ष निकाला कि पिता-पुत्री के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था। दीपक ने कई बार अपनी बेटी को बाहर जाकर कोचिंग करने से मना किया था।

राधिका यादव की जिंदगी और करियर

राधिका यादव एक होनहार टेनिस खिलाड़ी थीं। उन्होंने राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में नाम कमाया। हालांकि, खेल के दौरान कंधे में चोट लगने के बाद वह प्रतिस्पर्धी टेनिस से दूर हो गईं। इसके बाद उन्होंने अपने घर के पास एक अकादमी में कोर्ट किराए पर लेकर युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देना शुरू किया। राधिका की मेहनत और खेल भावना ने कई लोगों को प्रेरित किया।

क्यों हुआ यह हत्याकांड?

पुलिस का मानना है कि यह हत्याकांड सामाजिक तानों और परिवारिक तनाव का परिणाम था। दीपक यादव बार-बार सुन रहे थे कि लोग उनके बारे में ताने मारते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अपने सम्मान को बचाने और तानों से परेशान होकर उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया।

क्या न्याय मिलेगा?

राधिका यादव का मामला गुरुग्राम क्राइम रिपोर्ट में हाईप्रोफाइल केस बन चुका है। आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था और चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। अब अदालत में सुनवाई होगी, जिसमें यह स्पष्ट होगा कि पिता ने सच में क्यों अपनी बेटी की हत्या की और क्या उन्हें सजा मिलेगी।