सार

दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र में CAG की 14 रिपोर्टें पेश होंगी, जिससे आम आदमी पार्टी के कार्यकाल पर सवाल उठ रहे हैं। क्या इन रिपोर्टों से पिछली सरकार के कामकाज की असलियत सामने आएगी?

Delhi Assembly Session: दिल्ली की 8वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हुआ। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) और नवनिर्वाचित सदस्यों ने दिल्ली विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। तीन दिन तक चलने वाले इस सत्र में पिछली आप सरकार के प्रदर्शन पर CAG (Comptroller and Auditor General) की 14 रिपोर्टें पेश की जाएंगी। कैग की रिपोर्ट को लेकर चर्चा तेज है। कहा जा रहा है कि इससे आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का खुलासा होगा।

क्या है CAG?

भारत का CAG (Comptroller and Auditor General) स्वतंत्र प्राधिकरण है। यह सरकार को होने वाली आमदनी और खर्च का हिसाब रखता है। इसकी जांच करता है। CAG केंद्र और राज्य सरकारों की आमदनी और खर्च की जांच करता है और इसकी रिपोर्ट देता है।

क्या है CAG की जिम्मेदारी?

  • केंद्र और राज्य सरकारों के खातों का ऑडिट करना।
  • सरकारी कंपनियों के खातों का ऑडिट करना।
  • सरकारी विभागों के व्यापार, विनिर्माण, लाभ और हानि खातों का ऑडिट करना।
  • अकाउंट, लेन-देन और खर्च पर रिपोर्ट तैयार करना।
  • संसद की लोक लेखा समिति के लिए मार्गदर्शक का काम करना।
  • भारत के संविधान के अनुसार CAG एक स्वतंत्र प्राधिकरण है।
  • CAG भारत के ऑडिट और अकाउंट डिपार्टमेंट का प्रमुख है।

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कैसे होती है नियुक्ति?

  • CAG की नियुक्ति केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
  • CAG को केवल उसी तरीके से और उन्हीं आधारों पर पद से हटाया जा सकता है जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट के जज को हटाया जाता है।
  • वी. नरहरि राव स्वतंत्र भारत के पहले सीएजी थे। वह 1948-1954 तक इस पद पर रहे।

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