सार

दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ मेले के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ में भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी कुली ने दर्दनाक हादसे का आंखों देखा हाल सुनाया।

Delhi station stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (New Delhi Railway Station) पर शनिवार रात मची भगदड़ के चलते 18 लोगों की मौत हो गई। इनमें 9 महिलाएं, 5 बच्चे और चार पुरुष थे। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेला (Maha Kumbh 2025) जाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी थी। इसी दौरान ट्रेन पकड़ने की आपाधापी में भगदड़ मच गई।

 

 

दिल्ली स्टेशन भगदड़: कुली बोला- ऐसी भीड़ नहीं देखी थी

भगदड़ के समय मौके पर मौजूद कुली ने रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी सुनाई है। कुली ने कहा, "मैं 1981 से यहां काम कर रहा हूं। इतनी भीड़ नहीं देखी थी। ये लोग (रेलवे अधिकारी) प्रयागराज स्पेशल ट्रेन भेज रहे थे। उसे 12 नंबर प्लेटफॉर्म से 16 नंबर प्लेटफॉर्म पर कर दिया। इससे 12 नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़े लोग 16 नंबर प्लेटफॉर्म पर गए। इसी दौरान लोग फंस गए। एस्केलेटर और सीढ़ी पर लोग गिर गए। मैं और दूसरे कुल दौड़कर गए। रास्ता ब्लॉक किया। लोगों को रोककर शवों को बाहर निकाला।"

यह भी पढ़ें- New Delhi railway station stampede: कट गए, मर गए, दब गए...! दिल को झकझोर देंगी दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ की यह 10 तस्वीरें

15 लाशें मैंने एम्बुलेंस में रखीं: कुली

कुली ने कहा, "मैंने खुद एम्बुलेंस में लाशें लोड की हैं। 15 शव मैंने एम्बुलेंस में रखे। आगे पता नहीं है। 15 हमने लोड किए हैं। खली जूते, कपड़े पड़े थे। लोग अचानक दब गए थे। मुझे रोना आ रहा है। मैं रात में खाना नहीं खा सका। अब तक खाना नहीं खाया है, उस हादसे को देखकर। कुलियों ने तीन घंटे तक ऐसी मदद की जैसी पुलिस ने नहीं की।"

यह भी पढ़ें- New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत, 4 बच्चे भी शामिल