दिल्ली में मोहम्मद इमरान गिरफ्तार, जिसने अंडरगारमेंट्स पहनकर, शराब पीते और धूम्रपान करते हुए ऑनलाइन अदालत में खलल डाला। फर्जी ईमेल और आईपी ट्रैकिंग से पकड़ा गया; उसके खिलाफ 50+ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद इमरान नाम के एक शख्स को ऑनलाइन अदालत में खलल डालने के आरोप में गिरफ्तार किया है। हां, आपने सही पढ़ा। इमरान ने अंडरगारमेंट्स पहनकर, धूम्रपान और शराब पीते हुए अदालत की वीडियो कॉल में हिस्सा लिया और सुनवाई में व्यवधान उत्पन्न किया।
कब और कहां हुई घटना?
यह घटना 16 और 17 सितंबर को हुई थी। अदालत के रिकॉर्ड कीपर ने शिकायत दर्ज कराई कि एक अज्ञात व्यक्ति अकीब अखलाक के नाम से वेबएक्स वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुआ और बार-बार जाने के निर्देश के बावजूद ऑनलाइन सुनवाई में मौजूद रहा।
मोहम्मद इमरान कौन है और उसके खिलाफ कितने मामले दर्ज हैं?
32 वर्षीय इमरान दिल्ली के गोकुलपुरी का रहने वाला है। वह पुलिस को पहले से ही जाना हुआ है और उसके खिलाफ डकैती, झपटमारी और अन्य 50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। स्कूल छोड़ने वाला और पूर्व एयर कंडीशनर मैकेनिक इमरान, सितंबर 2021 में जेल से रिहा हुआ था। रिहा होने के बाद भी उसने कथित तौर पर ड्रग्स और शराब की लत पूरी करने के लिए अपराध करना जारी रखा। अब इस बार उसने ऑनलाइन अदालत में हंगामा कर सबको चौंका दिया।
पुलिस ने उसे कैसे पकड़ लिया?
क्या आप सोच रहे हैं कि ऐसा शख्स ऑनलाइन कैसे पकड़ में आया? पुलिस ने आईपी एड्रेस और कॉल डेटा रिकॉर्ड का तकनीकी विश्लेषण किया। जांच में पता चला कि इमरान ने कई फर्जी ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया और बार-बार जगह बदलता रहा। स्थानीय खुफिया जानकारी और मैन्युअल तलाशी के बाद पुलिस ने आरोपी को पुराने मुस्तफाबाद के चमन पार्क में ढूंढ निकाला और उसके घर से गिरफ्तार किया।
इमरान ने पूछताछ में क्या बताया?
पुलिस पूछताछ में इमरान ने बताया कि उसने वेबएक्स प्लेटफॉर्म के बारे में एक परिचित से जाना और जिज्ञासावश अदालत में शामिल हुआ। उसने स्वीकार किया कि वर्चुअल सुनवाई के दौरान अंडरवियर में ही हाज़िरी दी, सिगरेट पी और शराब का सेवन किया।
पुलिस ने क्या-क्या बरामद किया?
पुलिस ने आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और राउटर बरामद किया, जिनका इस्तेमाल उसने अपराध में किया था।
क्या ऑनलाइन अदालत की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाएंगे?
यह मामला ऑनलाइन अदालत में सुरक्षा की गंभीर चुनौती को उजागर करता है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है और भविष्य में ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी और प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे।
