सार

दिल्ली विधानसभा चुनाव में शीश महल प्रमुख मुद्दों में शामिल रहा। अब बीजेपी  प्रचंड बहुमत के साथ आई है तो शीश महल का भविष्य क्या होगा? क्या नए मुख्यमंत्री अपना सरकारी आवास उसे बनाएंगे या कुछ और करेंगे?

Delhi new CM and Sheesh Mahal: दिल्ली विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद अब नई सरकार की कवायद शुरू हो चुकी है। दिल्ली में 26 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रचंड जीत से वापसी की है। अब उसे दिल्ली के नए मुखिया के नाम का ऐलान करना है। हालांकि, नए मुख्यमंत्री के नाम की उत्सुकता के बीच दिल्ली सहित देश वासियों के जेहन में एक सवाल और है...वह है शीश महल को लेकर। अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को सत्ता से बाहर करने वाले कारणों में शीश महल की लग्जरी भी रही। अब चूंकि, बीजेपी सत्ता में आ चुकी है तो क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री के इस आधिकारिक आवास पर उसका मुख्यमंत्री नहीं रहेगा? वैसे तो दावा किया जा रहा है कि बीजेपी का नया मुख्यमंत्री ‘शीश महल’ (Sheesh Mahal) यानी फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले में नहीं रहेगा लेकिन अगर ऐसा होता है तो करोड़ों की लागत से तैयार इस आवास का भविष्य क्या होगा, यह भी एक मौजूं सवाल है।

क्या है ‘शीश महल’ विवाद?

अभी हाल ही में संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने केजरीवाल के सरकारी बंगले के नवीनीकरण को लेकर बड़ा हमला बोला था और इसे "शीश महल घोटाला" (Sheesh Mahal Scam) करार दिया था। बीजेपी का आरोप था कि करोड़ों रुपये की लागत से इस बंगले को लग्जरी तरीके से तैयार किया गया जबकि आम जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही थी। आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) मुख्यमंत्री रहते हुए शीश महल बंगले में रहते थे।

दिल्ली में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत

बीजेपी ने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) में 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि 2020 में उसे सिर्फ 8 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में आप (AAP) को भारी नुकसान हुआ और वह 62 से गिरकर 22 सीटों पर सिमट गई। सबसे बुरा हाल कांग्रेस (Congress) का रहा जो तीसरी बार खाता भी नहीं खोल पाई।

दिल्ली के नए मुख्यमंत्री की तलाश जारी

दिल्ली की सत्ता में बीजेपी की वापसी के बाद अब उसके मुख्यमंत्री चेहरे की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के विदेश यात्रा से वापसी के बाद नए मुख्यमंत्री का ऐलान किया जा सकता है। फिलहाल मंथन जारी है। नई दिल्ली से चुनाव जीतने वाले परवेश वर्मा का नाम भी दावेदारों में है। पूर्व सांसद परवेश वर्मा (Parvesh Verma) ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हराया है और वह पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। परवेश वर्मा के अलावा मालवीय नगर से पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती को हराने वाले सतीश उपाध्याय (Satish Upadhyay), जनकपुरी विधायक आशीष सूद (Ashish Sood), रोहतास नगर से तीसरी बार विधायक बने जितेंद्र महाजन (Jitendra Mahajan) के अलावा रोहिणी से तीसरी बार जीतने वाले विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) का भी नाम दावेदारों में लिया जा रहा है। हालांकि, बीजेपी की जो परंपरा रही है उसमें कोई चौकाने वाला नाम सामने आए तो कोई आश्चर्य नहीं।

दिल्ली सरकार का कब होगा शपथ ग्रहण समारोह?

दिल्ली में नई सरकार के गठन और नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के अमेरिका दौरे के बाद होगा। PM मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका जाएंगे। वहां से लौटने के बाद ही नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है।

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