सार
दिल्ली विधानसभा के 70 सीटों में से एक शकूर बस्ती भी है, जिस पर बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अपने-अपने नेताओं को उतारती हुई दिखाई दी है। जानिए कौन-कौन से नेता एक-दूसरे का मुकाबला करके लोगों का दिल जीतेंगे।
दिल्ली विधानसभा के चुनाव 5 फरवरी 2025 के दिन होने जा रहे हैं। इसके परिणाम 8 फरवरी के दिन आ जाएंगे। इस दिन ये तस्वीर साफ हो जाएगी कि आने वाले वक्त में दिल्ली ने आखिर किस पार्टी को अपने दिल में जगह दी है। 70 विधानसभा सीटों पर ये मुकाबला होने जा रहे हैं। उन सीटों में से एक शुकर बस्ती की भी सीट है। आम आदमी पार्टी की तरफ से सत्येंद्र कुमार जैन को शकूर बस्ती से चुनाव लड़ने के लिए उतारा गया है। बीजेपी ने करनैल सिंह और कांग्रेस ने सतीश लूथरा को इस सीट पर से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी है। आइए एक-एक करके जानते हैं इन तीनों नेताओं के बारे में यहां।
सत्येंद्र जैन: पढाई-राजनीति-करियर
सबसे पहले बात आती है आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन की। सत्येंद्र जैन उत्तर प्रदेश के बागपत तहसील के किरथल के रहने वाले हैं। उनके पिता एक सेवानिवृक शिक्षक है। बागपत में उनका जन्म हुआ था। इसके बाद उनका पूरा परिवार दिल्ली आ गया था। पहले वो सरस्वती विहार में रहते थे और फिर बाद में वो सिविल लाइंस में मौजूद सरकारी आवास में रहने लगे।1992 में उन्होंने असोसिएट मेंबरशिप ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स से अपनी आर्किटेक्चर की पढ़ाई पूरी की थी। उन्होंने अपनी नौकरी की शुरुआत केंद्रीय लोक निर्माण विभाग से की थी। उन्होंने कुछ वक्त के बाद अपनी नौकरी छोड़ दी और फिर अपनी आर्किटेक्चरल कंसल्टेंसी फर्म की शुरुआत की। उनकी पत्नी पूनम जैन भी आर्किटेक्चर हैं। भ्रष्टाचार के खिलाप वो जन लोकपल आंदोलन का ऐसा बनते हुए दिखाई दिए थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में वो शकूर बस्ती से विधायक चुने गए थे। 2023 के चुनावों में भी वो इस सीट पर कब्जा जमाते हुए दिखाई दिए थे। वैसे हैरानी वाली बात ये है कि भ्रष्टाचार के आरोपों में 27 महीने जेल में बिताने पड़े थे। अब वो शकूर बस्ती से ही एक बार फिर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। देखना ये होगा कि उन्हें जीत हासिल होगी या नहीं।
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करनैल सिंह: AAP के कड़े विरोधी
बीजेपी ने शकूर बस्ती पर करनैल सिंह को उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। जोकि दिल्ली में बीजेपी के मंदिर प्रकोष्ठ के प्रमुख है। 2022 ब्राह्मण समुदाय को जोड़ने के लिए मंदिर प्रकोष्ठ की स्थापना की गई थी। इसके अलावा वह नागपुर में मौजूद नेत्र संस्थान और अनुसंधान केंद्र माधव नेत्रालय के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष हैं। वो खुद को सनातन धर्म का सेवक बताते हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वो हमेशा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के मुखर आलोचक करनैल सिंह उनके द्वारा किए गए वादे को लेकर उन पर निशाना साधते हुए दिखाई दिए थे। अपने हलफनामे में उन्होंने कुल संपत्ति 227 करोड़ रुपये बताई है।
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सतीश: शुरू से ही जनसेवा से ताल्लुक
सतीश लूथरा को कांग्रेस ने अपनी पार्टी तरफ से शकूर बस्ती से उतारा है। वो शुरू से ही जनसेवा में अपना योगदान देते हुए नजर आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सतीश लूथरा पहले दिल्ली में एमसीडी का चुनाव भी लड़ चुके हैं। सतीश लूथरा एक नहीं बल्कि कई बार आप और बीजेपी के कामों की अलोचना कर चुके हैं। सतीश लूथरा ने नामांकन के वक्त जबरदस्त तरके से रोड़ शो किया था।
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