सार
नई दिल्ली(ANI): 2025 के इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में पेश किए गए रोबोटिक कुत्ते का नाम "चंपक" रखने को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है। बच्चों की पत्रिका चंपक के प्रकाशक, दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन, ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन का दावा करते हुए मुकदमा दायर किया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी की पीठ ने मामले में नोटिस जारी किया है, जिसकी अगली सुनवाई 9 जुलाई को होगी। हालांकि, अदालत ने पत्रिका के प्रकाशकों को तत्काल राहत देने से इनकार कर दिया। मैच प्रसारण को बेहतर बनाने के लिए wTVision द्वारा Omnicam और BCCI के सहयोग से विकसित रोबोटिक डॉग कैमरा पेश किया गया था। चंपक पत्रिका के प्रतिनिधियों का तर्क है कि BCCI द्वारा नाम का उपयोग एक व्यावसायिक सेटिंग में उन्हें गलत तरीके से लाभ पहुंचाता है। जज ने सिर्फ तर्कों के बजाय इस दावे का स्पष्ट प्रमाण मांगा।
BCCI के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता जे साई दीपक ने नाम का बचाव करते हुए कहा कि "चंपक" एक फूल का नाम है और इसका इस्तेमाल सिर्फ पत्रिका ही नहीं, बल्कि अन्य ब्रांड और किरदार भी करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स ने रोबोटिक कुत्ते को "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" के किरदारों से जोड़ा है। अदालत ने विवाद को स्वीकार किया लेकिन कहा कि निषेधाज्ञा पर फैसला लेना जल्दबाजी होगी। मामले की सुनवाई 9 जुलाई को फिर से होगी, क्योंकि दोनों पक्ष मजबूत तर्क पेश करने की तैयारी कर रहे हैं। (ANI)