सार
Chhattisgarh anti-Naxal operation: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़। कई नक्सली ढेर, महासचिव बसवराजू भी मारा गया।
Abujhmad Naxalite encounter: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में बुधवार की सुबह कुछ ऐसा हुआ, जिसकी गूंज दिल्ली तक पहुंची। नारायणपुर जिले के इस सुदूरवर्ती इलाके में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में कम से कम 27 नक्सली ढेर कर दिए गए। यह पिछले कई वर्षों में सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है, जिसमें डीआरजी जवानों ने ना केवल एक बड़े नक्सली नेटवर्क को तोड़ा, बल्कि संगठन के महासचिव को भी मार गिराया।
नक्सलियों का बड़ा चेहरा ढेर, बसवराजू की मौत की पुष्टि
इस संयुक्त ऑपरेशन में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव जिलों के डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) जवानों ने मिलकर रणनीति के तहत कार्रवाई की। सूत्रों के मुताबिक, इस मुठभेड़ में नक्सल संगठन के महासचिव नवबल्ला केशव राव उर्फ बसवराजू को मार गिराया गया है। बसवराजू को माओवादी गतिविधियों का मास्टरमाइंड माना जाता था।
मुठभेड़ के बाद बरामद हुईं AK-47 राइफलें और विस्फोटक
घटना के बाद घटनास्थल की तलाशी में सुरक्षा बलों को AK-47 राइफलें, विस्फोटक और कई अत्याधुनिक हथियार मिले हैं। अधिकारियों ने इसे माओवादी नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका बताया है। बरामद हथियारों का इस्तेमाल नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों पर हमले और डर फैलाने के लिए किया जाता था।
अबूझमाड़: दशकों से नक्सलियों का गढ़, अब बन रहा है शांत क्षेत्र
अबूझमाड़ क्षेत्र लंबे समय से नक्सली हिंसा का गढ़ रहा है। यहां जंगलों में छिपकर नक्सली संगठन रणनीतियां बनाते रहे हैं। राज्य सरकार ने बीते कुछ वर्षों में इस इलाके को नक्सलमुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास तेज किए हैं। इस सफल ऑपरेशन को सरकार की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा बोले, बहादुरी की मिसाल है यह ऑपरेशन
डिप्टी मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस ऑपरेशन में हिस्सा लेने वाले सभी जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर, सुकमा और बीजापुर जिलों में जिस बहादुरी से डीआरजी के जवानों ने ऑपरेशन को अंजाम दिया, वह काबिल-ए-तारीफ है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली कमांडर भी मारे गए हैं।
21 दिनों तक चला था पहाड़ी इलाकों में ऑपरेशन, तब भी मारे गए थे 31 नक्सली
यह कोई पहली बड़ी कार्रवाई नहीं है। कुछ हफ्ते पहले बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टालू पहाड़ी क्षेत्र में 21 दिन तक चला एक ऑपरेशन भी बड़ी सफलता लेकर आया था, जिसमें 31 नक्सली मारे गए थे। उस ऑपरेशन में नक्सलियों के कई बंकरों को ध्वस्त किया गया था।
2026 तक देश को नक्सल मुक्त करने का केंद्र सरकार का लक्ष्य
गृह मंत्री अमित शाह पहले ही यह ऐलान कर चुके हैं कि 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा। इसी कड़ी में महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सघन सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: "मैं रिक्वेस्ट करती हूं कि पाकिस्तान सरकार...." डायरी के पन्नों से खुला ज्योति मल्होत्रा का एक बड़ा राज