सार

Waqf Amendment Bill Controversy: बिहार में वक्फ संशोधन बिल को लेकर सियासी घमासान जारी है। जेडीयू में मतभेद गहराए, एमएलसी गुलाम गौस ने बिल का विरोध किया। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने पार्टी ऑफिस का अचानक दौरा कर सियासी हलचल बढ़ा दी।

Waqf Amendment Bill Controversy: बिहार समेत पूरे देश में वक्फ संशोधन बिल को लेकर राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस बिल का विरोध विपक्ष के साथ-साथ JDU के अंदर भी देखने को मिल रहा है। JDU के MLC गुलाम गौस ने इस बिल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जबकि पार्टी के कुछ नेता इसके समर्थन में हैं। इसी बीच, मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार अचानक पार्टी कार्यालय पहुंचे, जिससे राजनीतिक हलचल और तेज हो गई।

JDU कार्यालय पहुंचे CM नीतीश कुमार, कार्यकर्ताओं से मुलाकात

मंगलवार को बिना किसी पूर्व सूचना के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार JDU दफ्तर पहुंचे। करीब 15 मिनट तक वे पार्टी कार्यालय में रहे और बंद कमरे में कार्यकर्ताओं से चर्चा की। महिला कार्यकर्ताओं ने गाना गाकर उनका स्वागत किया और सीएम के साथ फोटो खिंचवाई। सीएम ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की और सीधे अपने चेंबर में चले गए। ऑफिस का मुआयना करने के बाद वे वापस सीएम आवास चले गए। आपको बता दें कि नीतीश कुमार के अचानक पार्टी कार्यालय पहुंचने की घटना को वक्फ बिल से जोड़कर देखा जा रहा है।

JDU में मतभेद, गुलाम गौस ने किया बिल का विरोध

JDU के MLC गुलाम गौस ने खुलकर वक्फ बिल का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि JDU इस बिल के समर्थन में नहीं है। उनका मानना है कि यह मुसलमानों की धार्मिक आस्था से जुड़ा मुद्दा है और इस पर विचार होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने बिल वापस लेने की मांग की है। वहीं, JDU के कुछ नेता बिल के समर्थन में हैं, जिससे पार्टी में मतभेद की स्थिति बन गई है। गुलाम गौस के बयान के बाद अब सबकी नजरें सीएम नीतीश कुमार पर टिकी हैं कि वे इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं।

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ी सियासी सरगर्मी

सियासी हलकों में चर्चा है कि बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में वक्फ संशोधन बिल को लेकर JDU और BJP के बीच मतभेद बढ़ सकते हैं। JDU की मुस्लिम वोट बैंक पर मजबूत पकड़ रही है, ऐसे में पार्टी इस बिल पर अपना रूख स्पष्ट नहीं कर पा रही है।CM नीतीश कुमार का अचानक पार्टी कार्यालय जाना इस मुद्दे से जुड़े पॉलिटिकल डेवलपमेंट के रूप में देखा जा रहा है।