Tej Pratap Yadav and Anushka Yadav: तेजप्रताप यादव 7 घंटे अनुष्का के घर रहे। मीडिया से कहा, 'पारिवारिक रिश्ता है, कोई नहीं रोक सकता।' वायरल तस्वीरों के 35 दिन बाद हुई ये मुलाक़ात चर्चा का विषय बनी।

Patna News: तेजप्रताप यादव और अनुष्का यादव की कथित प्रेम कहानी एक बार फिर चर्चा में है। सोशल मीडिया पर दोनों की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के करीब 35 दिन बाद तेजप्रताप सोमवार को अनुष्का के घर पहुंचे और करीब 7 घंटे तक वहां रहे। इस मुलाकात ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारों और पारिवारिक हलकों में हलचल मचा दी है। पत्रकारों से बातचीत में तेजप्रताप ने साफ कहा कि यह उनका पारिवारिक रिश्ता है और उन्हें आने-जाने से कोई नहीं रोक सकता।

सुबह 9 बजे पहुंचे, शाम 4 बजे निकले

तेजप्रताप यादव सोमवार को सुबह करीब 9 बजे अनुष्का यादव के घर पहुंचे। यह मुलाकात करीब 7 घंटे तक चली और वे शाम 4 बजे वहां से निकले। वायरल तस्वीरों के बाद यह पहला मौका है जब तेजप्रताप और अनुष्का की सीधी मुलाकात सामने आई है। घर से निकलते वक्त पत्रकारों ने जब तेजप्रताप से इस मुलाकात का कारण पूछा तो उन्होंने जवाब दिया, 'हमारा पारिवारिक रिश्ता है...हम सभी से मिलते रहते हैं। हमें आने-जाने से कोई नहीं रोकेगा।' जब पत्रकारों ने पूछा कि वे अनुष्का को घर कब लेकर जाएंगे तो जवाब देने के बजाय उन्होंने कार का गेट बंद किया और चले गए।

35 दिन पहले वायरल हुई थी तस्वीरें

24 मई को तेजप्रताप और अनुष्का की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। 25 मई को लालू यादव ने तेजप्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके बाद तेजप्रताप ने अपने पुराने प्यार के बारे में फेसबुक पर एक पोस्ट भी किया था। तेजप्रताप यादव ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'प्यार किया तो किया... इसमें कोई गलती नहीं है। मुझे जनता के दिलों से कोई नहीं निकाल सकता।' उन्होंने यह भी माना कि वायरल तस्वीरें उन्होंने खुद ही पोस्ट की थीं। हालांकि बाद में वे यह कहकर विवादों में घिर गए थे कि ‘किसी और ने पोस्ट की है।’

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पार्टी से बाहर, लेकिन जनता से नहीं? - तेजप्रताप

6 साल के लिए आरजेडी से निकाले गए तेजप्रताप ने कहा कि भले ही पार्टी और परिवार उन्हें निकाल दे, लेकिन जनता के दिलों से उन्हें कोई नहीं निकाल सकता। यह बयान फिर से राजनीतिक वापसी की संभावनाओं को हवा दे रहा है। अब देखना यह है कि यह प्रेम कहानी राजनीति को किस दिशा में ले जाती है। तेजप्रताप यादव की यह मुलाकात महज एक निजी मुलाकात नहीं बल्कि राजनीति और पारिवारिक रिश्तों के बीच उलझी कहानी बन गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस प्रकरण का राजद और तेजप्रताप के राजनीतिक भविष्य पर क्या असर पड़ता है।