Patna Crime News: बिहार की राजधानी पटना में मशहूर व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। शुक्रवार की देर रात गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास ट्विन टावर के सामने गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना उनके घर के ठीक बाहर उस समय हुई जब वे बांकीपुर क्लब से लौट रहे थे। अपराधियों ने उनके सिर में गोली मारी, जिसके बाद उन्हें मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। इस हत्या ने बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि घटनास्थल गांधी मैदान थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर है।
हत्या मामले में पुलिस ने शूटर की पहचान की
पटना पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, हत्या में शामिल एक शूटर की पहचान कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। फुटेज में साफ दिख रहा है कि हेलमेट पहने एक शूटर गोपाल खेमका की कार के पास पहुंचा, महज 6 सेकंड में फायरिंग की और स्कूटी पर सवार होकर भाग निकला। पुलिस ने मौके से दो खाली कारतूस भी बरामद किए हैं, जिनकी बैलिस्टिक जांच की जा रही है। यह सुराग अपराधियों तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकता है।
एसटीएफ और एसआईटी ने खेमका मामले में की तेजी
इस हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए बिहार पुलिस ने तुरंत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व सिटी एसपी (मध्य) आईपीएस दीक्षा कर रही हैं। इसके अलावा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। कई जिलों में संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा होगा और अपराधी पकड़े जाएंगे।
आईजी जितेंद्र राणा की हाई लेवल मीटिंग
आईजी जितेंद्र राणा ने गांधी मैदान थाने में पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा और सिटी एसपी सेंट्रल के साथ हाई लेवल मीटिंग की। इस बैठक में हत्या की साजिश, अपराधियों के नेटवर्क और पटना की सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चर्चा हुई। आईजी ने पुलिस को इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने शहर में सुरक्षा बढ़ाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का आदेश दिया।
गोपाल खेमका के परिवार और समाज में गुस्सा
गोपाल खेमका के परिवार ने पुलिस की कार्यशैली पर कड़े सवाल उठाए हैं। उनके भाई शंकर खेमका ने कहा कि घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस डेढ़ घंटे बाद पहुंची। उन्होंने यह भी बताया कि गोपाल की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, और वह सामाजिक कार्यों में सक्रिय थे। 2018 में गोपाल के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसकी गुत्थी आज तक नहीं सुलझ पाई है। इस घटना ने व्यवसायी वर्ग और आम लोगों में भय और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है।
इस हत्या ने बिहार की राजनीति में भी भूचाल ला दिया है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और सांसद पप्पू यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने कहा कि थाने से चंद कदम की दूरी पर इस तरह की घटना होना सरकार की विफलता को दर्शाता है। पप्पू यादव ने इसे घटना को 'महा गुंडाराज' करार दिया और पुलिस की लापरवाही पर कई सवाल उठाए हैं। इस घटना ने बिहार में बढ़ते क्राइम और कानून व्यवस्था पर बड़ी बहस छेड़ दी है।